डायबिटीज यानि शुगर के मरीज को अपने भोजन में किस चीज को खाना चाहिए और किस चीज को नहीं, इस बात का बहुत ही अधिक ध्यान रखना चाहिए। सिर्फ मीठी वस्तुए ही नहीं बल्कि आपके द्वारा खाई गई हर वस्तु रक्त में ग्लूकोस के स्तर को बढ़ा सकती है। मुख्य रूप से रोटी जो की भारतीय भोजन का अभिन्न अंग है। ऐसे में कौन से अनाज की रोटी खानी चाहिए ?, क्या शुगर में बाजरे की रोटी खा सकते हैं?, बाजरा में शुगर की मात्रा ( Bajra me sugar ki matra) कितनी होती है?
शुगर में बाजरे की रोटी खाना अन्य अनाज की रोटी खाने से अधिक फायदेमंद होता है। बाजरे का आटा एक बढ़िया लस मुक्त आहार (Gluten free diet) भी है। बाजरा में पाया जाने वाला मैग्नीशियम, शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को कम करके इंसुलिन प्रतिक्रिया को बेहतर बनाता है | इतना ही नहीं बाजरे की रोटी मधुमेह के रोगियों के लिए और हृदय को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी होती है।
शुगर में बाजरे की रोटी
बाजरे का आटा एक बढ़िया लस मुक्त आहार (Gluten free diet) भी है। बाजरे से बानी रोटियां मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है जो इंसुलिन प्रतिरोध (insulin resistance) को कम करके इंसुलिन प्रतिक्रिया (insulin response) को बेहतर बनाती है और यह मधुमेह रोगियों (diabetic patients) और स्वस्थ हृदय के लिए अच्छा है लेकिन सीमित मात्रा में।
Millet || बाजरे की तासीर || बाजरा खाने के फायदे और नुकसान
बाजरे की रोटी किसके साथ खानी चाहिए?
- बाजरे की रोटी के साथ शुद्ध देसी घी या मक्खन का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए क्योँकि बाजरा खुश्क होता है |
- आप बाजरे की रोटी को गुड़ और देसी घी के साथ खा सकते है या फिर बाजरे की रोटी को उड़द की दाल के साथ भी खा सकते है। यह गांव के लोगो का पौष्टिक और पसंदीदा आहार है |
- बाजरे की रोटी को कड़ी या मठ्ठे जैसी गाडी छांछ के साथ खाने से तृप्ति मिलती है एव शरीर को स्फूर्ति आती है |
- शुगर के मरीजों के लिए कार्ब (Carbohydrates ) के प्रभाव को कम करने के लिए बाजरे की रोटी को कम वसा वाले दही या रायता के साथ परोसें।
बाजरे की तासीर || बाजरे की तासीर कैसी होती है?
बाजरे की तासीर गर्म होती है जिस कारण विशेषकर सर्दियों और वर्षा ऋतू में बाजरे का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद रहता है।
बाजरा में शुगर की मात्रा | Bajra Me Sugar Ki Matra
बाजरा में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है और यह भोजन के बाद ब्लड ग्लूकोस में अचानक वृद्धि को रोकने में मदद करते हैं। कच्चे बाजरे के आटे में प्रमुख चीनी सुक्रोज (73.5%) मौजूद होता है और बहुत ही कम मात्रा में ग्लूकोस भी पाया जाता है। सुक्रोस एक प्राकृतिक ग्लूकोस है जिसका असर ब्लड ग्लूकोस के स्तर पर अधिक नहीं पड़ता।
बाजरे में कितना प्रोटीन होता है?
100 ग्रा. बाजरे में लगभग 12 ग्रा. प्रोटीन, 114 mg magnesium, 67.5 ग्रा. कार्बोहाड्रेट्स (Carbohydrates), 8 mg आयरन (Iron) तत्व, 42 mgs कैल्शियम (Calcium), 296 mgs फासफोरस (Phosphorus) और 132 माइक्रोग्राम कैरोटीन per 100 g मौजूद होता है |
शुगर में बाजरे की रोटी
आज के समय में हर एक घर में आपको शुगर के मरीज मिल जायँगे । शुगर के मरीजों के लिए गेंहू की जगह बाजरे की रोटी का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शुगर कंट्रोल रखने में मदद मिलती है जिसका कारण है इसमें अच्छी मात्रा में मौजूद मैग्नीशियम | जो इंसुलिन का कुशलता से उपयोग करने में शरीर की मदद करता है जिस कारण शुगर की बीमारी को रोकने में सहायता मिलती है |
यह भी पाया गया है कि जो लोग बाजरे के व्यंजन या बाजरे की रोटी का सेवन रोजाना करते है, उन्हें शुगर यानि मधुमेह (diabetes) की बीमारी होने की संभावना कम होती है ।
बाजरे की रोटी के नुकसान
- जैसे की हम ऊपर बता चुके है की बाजरे की तासीर गर्म होती है इसलिए गर्मियों के मौसम में बाजरे की रोटी का सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है |
- बाजरा कब्ज करने वाला होता है इसलिए अर्श-बवासीर के रोगिओं तथा कब्ज के रोगिओं को भी बाजरे का सेवन नहीं करना चाहिए
- जो लोग गुर्दे के रोग और यूरिक एसिड के रोग से ग्रस्त होते है उन्हें बाजरे का सेवन सावधानी से करना चाहिए या नहीं करना चाहिए क्योकि बाजरे के ज्यादा सेवन से शरीर में उच्च यूरिक एसिड जमा होने का खतरा बढ़ जाता है |
- बाजरा ज्यादा भारी अनाज होता है और पचने में भारी होता है | इसका सेवन करने से पेट की परेशानिया हो सकती है इसलिए हमेशा उचित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए |
FAQs
क्या बाजरा रोजाना खाया जा सकता है? (Can millet be eaten everyday?)
बाजरे को रोजाना अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं लेकिन अधिक मात्रा में और गर्मियों में इसका सेवन न करे ।
क्या बाजरा वजन कम करने के लिए अच्छा है? (Is bajra good for weight loss?)
बाजरा को वजन कम करने के लिए भी जाना जाता हैं क्योंकि बाजरा फाइबर से भरपूर होता है । बाजरे का सेवन करने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है |
क्या ज्यादा बेहतर है- बाजरा या ज्वार? (Which is better jowar or bajra?)
गेहू के आटे के मुकाबले दोनों ही सेहतमंद है। इन दोनों को डाइट में शामिल करना एक अच्छा विकल्प है।
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