हल्दी वाला दूध पीने के 9 फायदे

हल्दी दूध के फायदे (Haldi Doodh Ke Fayde) – हल्दी और दूध दोनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए गुणकारी हैं, लेकिन अगर इन्हें एक साथ मिलाकर लिया जाए तो इनके फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं |

हल्दी दूध के फायदे | Haldi Doodh ke Fayde

हल्दी वाला दूध शरीर की बहुत सी समस्याओं को दूर करने वाली एक चमत्कारी औषधि माना जाता है जो सामान्य जुकाम से लेकर मोटापा, केंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियों में भी फायदेमंद होता है।

इस लेख में आगे हम हल्दी वाला दूध पीने के फायदे और हल्दी वाला दूध किन-२ रोगो में फायदा पहुंचाता है की डिटेल में जानकारी देने जा रहे है। तो आइये दोस्तों जानते है हल्दी वाला दूध पीने के फायदे (Haldi wala Doodh peene ke Fayde) |

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हल्दी वाला दूध | Haldi Dudh

दूध में हल्दी मिलाकर उबालने पर बनाया गया हल्दी वाला दूध शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं। हल्दी एक जानी मानी घरेलु औषधि है जिसमे एंटीसेप्टिक और एंटी-बायोटिक के गुण मौजूद होते है। वहीँ दूध एक सम्पूर्ण आहार है जिसमे शरीर के लिए आवश्यक तक़रीबन सभी पोषक तत्व मौजूद होते है।

हल्दी और दूध, इन दोनों को मिलाकर सही तरीके से बनाया गया हल्दी दूध शरीर के लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, सोडियम, ऊर्जा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं।

आइये जानते है हल्दी वाला दूध पीने के फायदे :-

हल्दी वाला दूध पीने के फायदे | Haldi Wala Doodh Peene Ke Fayde

haldi doodh ke fayde
हल्दी वाला दूध | haldi doodh ke fayde

1. मोटापा में हल्दी वाले दूध के फायदे

हमारी गलत जीवनशैली की वजह से मोटापा जैसी बीमारियों बढ़ती ही जा रही है। मोटापा अपने आप में बीमारीओं का एक बंडल है |

जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, हल्दी शरीर में फैट बढ़ने से रोकने और चयापचय में तेजी लाकर वजन घटाने में मदद करती है। इतना ही नहीं हल्दी प्रोटीन को पचाने में भी सहायक होती है और जिगर से विषाक्त पदार्थों को समाप्त करती है।

रात को सोते समय हल्दी वाले दूध का सेवन करने से मोटापा कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

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2. डायबिटीज में हल्दी वाले दूध के फायदे

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन Blood Sugar को कम कर डायबिटीज का इलाज कर सकता है। करक्यूमिन डायबिटीज के कारण होने वाले Liver Disorder को रोकने में भी भूमिका निभाता है।
हल्दी वाला दूध डायबिटीज के कारण होने वाली सूजन और तनाव को रोकने में सहायक होता है | मधुमेह के मरीजों लिए हल्दी वाले दूध का उपयोग रोग और इसके लक्षणों के इलाज के लिए एक प्रभावी तरीका है।

3. कैंसर में हल्दी वाले दूध के फायदे [Haldi Doodh ke Fayde]

हल्दी सही मायने में एक कैंसर रोधी मसाला है। विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, उम्र और कैंसर के बीच एक लिंक है, जिस कारण इसे बुढ़ापे की बीमारी भी माना जाता है मगर आज कल के गलत खान पान के कारण यह किसी भी उम्र में हो जाती है ।

हल्दी में पाया जाने वाला कर्क्यूमिन ल्यूकेमिया, और जठरांत्र, स्तन, अंडाशय और कई अन्य तरह के ट्यूमर से लड़ने में मदद कर सकता है।

हल्दी ही नहीं गाय के दूध में भी केन्सर से लड़ने वाले तत्व पाय जाते है। इसके लिए सुबह या रात को सोते समय हल्दी वाला दूध का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है |

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4. अनीमिया में हल्दी वाले दूध का फायदे [Haldi Doodh ke Fayde]

सामान्य रूप से रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी को अनीमिया कहते है।हमारा रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा लिवर यानी के यकृत पर निर्भर है।
हल्दी लिवर को हीमोग्लोबिन बनाने के लिए मदद करती है। एवं दूध में लगभग सभी प्रकार पोषक तत्व पाय जाते है। जो भोजन को पचाने के बाद निकले रस में से रक्त को बनाने की प्रक्रिया को तेजी देते है।
सुबह – शाम हल्दी वाला दूध का सेवन करने से अनीमिया की तकलीफ नही होती ।

5. रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में सहायक हल्दी वाला दूध

रोग प्रतिरोधक क्षमता कई तरह के नुकसानदेह जीवाणुओं, विषाणुओं और माइक्रोब्स, बैक्टीरियल संक्रमण, फंगस संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है इसलिए जिनकी रोगप्रतिरोधक शक्ति अच्छी होती है वो कम बीमारी होते है। सुबह के वक्त हल्दी वाले दूध का सेवन करने से रोगप्रतिरोधक शक्ति में अच्छा सुधार होता है।

6. एलर्जी में हल्दी वाला दूध [Haldi Doodh ke Fayde]

सामान्य रूप से जब भी हमारा शरीर किसी चीज़ के प्रति ज्यादा सक्रिय (Hyper Activity) होता है उसे एलर्जी कहते है। इस समस्या को दूर करने के लिए हल्दी वाला दूध एक बेहतर विकल्प है।

हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण एलर्जी से लड़ने में मदद करते है। साथ ही हल्दी वाले दूध को आयुर्वेदा में एक उत्कृष्ट रक्त शोधक और क्लीन्ज़र माना जाता है। हल्दी रक्त की शुद्धि करके एलर्जी जैसे कई सारे प्रॉब्लम को कम करती है।

7. खांसी और जुकाम के लिए हल्दी वाला दूध

हल्दी युक्त दूध अपने एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुणों के कारण सर्दी और खांसी के लिए सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। यह गले की खराश, खांसी और जुकाम में तुरंत राहत देता है इसलिए जब भी सर्दी जुखाम हो तब हल्दी वाला दूध आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होता है ।

8. स्किन रोग में हल्दी वाला दूध

आयुर्वेद के अनुसार रक्त और पित्त में विकार उत्पन्न होने या उनके बिगड़ने से Skin के कई सारे रोग होते है। वैसे ज्यादातर स्किन रोग में दूध का प्रयोग नही किया जाता है फिर भी हल्दी वाला दूध एक उत्कृष्ट रक्त शोधक और क्लीन्ज़र होने के साथ-२ एंटीसेप्टिक व एंटी बैक्टीरियल भी होता है, इसी कारण त्वचा की समस्याओं जैसे – इंफेक्शन, खुजली, मुंहासे आदि के बैक्टीरिया को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। इससे आपकी त्वचा साफ और स्वस्थ और चमकदार दिखाई देती है।

9. चोट, सूजन में हल्दी वाले दूध के फायदे

आपने अक्सर सुना होगा कि चोट लगने या हाथ पैर में सूजन आने पर लोगों को हल्दी वाला दूध पिलाया जाता है। इतना ही नहीं किसी कारणवश शरीर के बाहरी या अंदरूनी हिस्से में चोट लगने पर उसे जल्द से जल्द ठीक करने के लिए हल्दी वाला दूध बेहद लाभदायक है।

हल्दी वाले दूध के एंटी इंफ्लेमेंटरी , एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों के कारण सूजन, चोट जल्दी ठीक हो जाती है। इस कारण सूजन एवं दर्द में हल्दी वाला दूध लाभदायक है।

हल्दी दूध के नुकसान | Haldi Dudh Ke Nuksan

  • हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए जिन लोगो को गर्म तासीर वाली वस्तुए माफिक नहीं आती, उन्हें इसका सेवन करने में सावधानी बरतनी चाहिए।
  • हल्दी में खून काे पतला करने का गुण होता है इसलिए अगर कोई सर्जरी करवाने जा रहे है या खून गाढ़ा करने की दवा ले रहे है तो इसके सेवन से बचे।
  • अगर आपको लिवर से जुडी कोई भी समस्या है तो हल्दी वाले दूध के सेवन से बचे।
  • गर्भवती महिलाये पहले 3 महीने के समय में हल्दी वाले दूध के सेवन से बचे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब

रात में हल्दी वाला दूध पीने से क्या होता है?

हल्दी वाले दूध के एंटी इंफ्लेमेंटरी , एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते है इसी कारण रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से सूजन, चोट और चोट के कारण होने वाले दर्द में राहत मिलती है साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है।

हल्दी वाला दूध कब नहीं पीना चाहिए?

हल्दी में खून काे पतला करने का गुण होता है इसलिए अगर कोई सर्जरी करवाने जा रहे है या खून गाढ़ा करने की दवा ले रहे है तो हल्दी वाला दूध न पिए, और अगर आपको लिवर से जुडी कोई भी समस्या है तो आपको हल्दी वाले दूध बिलकुल भी नहीं पीना चाहिए।

हल्दी शरीर के लिए गर्म या ठंडी है?

हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए यह शरीर के लिए गर्म होती है इसलिए जिन लोगो को गर्म तासीर वाली वस्तुए माफिक नहीं आती, उन्हें इसका सेवन करने में सावधानी बरतनी चाहिए।

क्या हल्दी वाला दूध रोज पीना चाहिए?

जी हाँ, हल्दी वाले दूध को रोजाना पीया जा सकता है। बस गर्म मौसम में इसके मात्रा को कम कर दे।

हल्दी वाला दूध कब पीना चाहिए?

रात को सोने से पहले गर्म हल्दी वाला दूध पीने से सूजन, चोट और चोट के कारण होने वाले दर्द में राहत मिलती है साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है इसलिए बेहतर होगा की आप हल्दी वाला दूध रात को सोने से पहले ही करे। वैसे आप दिन में भी इसका सेवन कर सकते है।

एक गिलास दूध में कितनी हल्दी डालें?

हल्दी वाला दूध बनाने के लिए एक गिलास दूध में 5-10 ग्राम कच्ची हल्दी को छोटे-2 टुकड़े करके दूध में डाले और अच्छे से उबाल दिलाये।

हल्दी वाला दूध पीने से शरीर में क्या फायदा होता है?

हल्दी वाला दूध एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाती है, हड्डियों को मजबूत बनती है, खून में मौजूद टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालकर खून को साफ करती है, जैसे अनेको फायदे आपको मिलते है |

Disclaimer

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