शहद और आंवले का मुरब्बा खाने के फायदे (Shahad Aur Amla Murabba Benefits in Hindi) – शहद और आंवले का मुरब्बा को प्राकृतिक तरीके से तैयार करके, इनके सभी गुणों का सम्पूर्ण लाभ प्राप्त कर सकते है और इसका भरपूर फायदा उठा सकते है।
शहद और आंवले का मुरब्बा खाने के फायदे | Shahad Aur Amla Murabba Benefits in Hindi
आंवला और शहद, दोनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते है। प्राकृतिक तरीके से बना हुआ आंवले और शहद का मुरब्बा शीतल और तर होता है। इसका नियमित सेवन करने से आँखों की रौशनी बढ़ाने में सहायता मिलती है, खून साफ होता है, शरीर में होने वाली जलन यानि दाह को शांत होती है, स्मरण शक्ति तेज होती है, मानसिक एकाग्रता बढ़ती है, पेट साफ होता है। प्राकृतिक तरीके से बने हुए इस मुरब्बे में विटामिन ‘सी’, विटामिन ‘ए’, कैल्शियम, आयरन भरपूर मात्रा में मौजूद होते है।
ऐसे में शहद और आंवले का मुरब्बा खाने के फायदे जानकर आप भी हैरान रह जायँगे। आंवला और शहद, दोनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते है। इन दोनों को मिलाकर बनाया गया मुरब्बा कितना फायदेमंद है और यह कैसे तैयार किया जाता है, इन बातों की जानकारी हम इस लेख में देने जा रहे है।
आंवले और शहद का मुरब्बा | Amla Aur Shahad Ka Murabba
आंवला ही एक ऐसा फल है जिसे पकाने या सुखाने पर भी इसके विटामिन नष्ट नहीं होते | जबकि शहद एक योगवाही है | यह जिस भी चीज के साथ मिलाकर खाया जाता है उसके गुणों को बढ़ा देता है |
आंवले और शहद का मुरब्बा खाने के फायदे | Shahad Aur Aanwale Ka Murabba Khane Ke Fayde
- आंवले और शहद को मिलाकर तैयार किया गया मुरब्बा शीतल और तर होता है |
- आंवले और शहद का मुरब्बा आँखों की रौशनी बढ़ाने मं सहायक , खून साफ करता है, शरीर में होने वाली जलन यानि दाह को शांत करता है |
- शहद और आंवले का मुरब्बा नेत्रो के लिए हितकारी, रक्त शोधक, दाह शामक तथा ह्रदय, मस्तिष्क, यक्रत, आंतो और अमाश्य को शांति प्रदान करने वाला होता है |
- आंवले और शहद का मुरब्बा के सेवन से स्मरण शक्ति तेज होती है, मानसिक एकाग्रता बढ़ती है |
- आंवले और शहद का मुरब्बा के सेवन से मानसिक दुर्बलता के कारण चक्कर आने की शिकायत भी दूर होती है |
- सवेरे उठते ही जिन लोगों का सिरदर्द शुरू हो जाता है और चक्कर भी आते हो, उनके लिए तो आंवले और शहद का मुरब्बा एक गुणकारी दवा है (aavle ka murabba khane ke fayde) |
- सुबह-सुबह नाश्ते में इसका सेवन करने से न केवल पेट साफ होता है बल्कि शारीरिक शक्ति, स्फूर्ति और कांति में भी वृद्धि होती है |
- आगे बताई गई विधि के हिसाब से आंवले में शहद मिलाकर तैयार किया गया मुरब्बा यदि गर्भवती स्त्री को दिया जाए तो वह स्वयं भी स्वस्थ रहेगी और उसकी संतान भी स्वस्थ रहेगी |
- आंवले और शहद का मुरब्बा खाने से रंग भी निखरता है |
- यह एक ऐसा मुरब्बा है जिसमें विद्यार्थियों और दिमागी काम करने वालों की मस्तिष्क की शक्ति और कार्य क्षमता को बढ़ाने और चिड़चिड़ापन दूर करने के अमृत तुल्य गुण है |
- इसमें विटामिन ‘सी’, विटामिन ‘ए’, कैल्शियम, आयरन का अनूठा संगम है |
आंवला और शहद का मुरब्बा बनाने की विधि | आंवले का मुरब्बा बनाने की रेसिपी | Shahad Aur Awale Ka Murabba Kaise Banaya Jata Hai
शहद और आंवला का मुरब्बा बनाने के लिए (amla murabba with honey recipe in Hindi) :-
- 500 ग्राम स्वच्छ हरे आंवला ले | कद्दूकस करके उनका गुदा किसी कांच के बर्तन में डाल दें और गुठली निकालकर अलग कर दे |
- अब इस गूदे पर इतना शहद डालें की आंवले का गुदा शहद से तर हो जाय यानि आंवला शहद में डूब जाये |
- उसके बाद उस कांच के बर्तन को ढक्कन से ढक कर उसे 10 दिन तक रोजाना 4 से 5 घंटे तक धूप में रखें | यह आंवला और शहद का मुरब्बा तैयार करने का प्राकृतिक तरीका है |
- बस 2 दिन बाद इस आंवले और शहद के मुरब्बे को खाने के काम में लाया जा सकता है |
इस विधि से तैयार किया गया मुरब्बा स्वास्थ्य की दृष्टि से श्रेष्ठ है क्योंकि आग की बजाय यह मुरब्बा सूर्य की किरणों द्वारा निर्मित होने के कारण इसके गुणधर्म या विटामिन्स नष्ट नहीं होते और शहद में रखने से इसकी शक्ति भी बहुत बढ़ जाती है क्योंकि जैसा ऊपर बताया गया है शहद एक योगवाही है जो जिस भी वस्तु के साथ मिलाया जाता है उसके गुणों को बढ़ा देता है |
आप इसे बाजार से भी खरीद सकते है :- पतंजलि आंवला मुरब्बा कीमत
आंवले का मुरब्बा खाने का तरीका | सेवन करने की विधि
- प्रतिदिन प्रातः यानि सुबह-2 खाली पेट 10 से 12 ग्राम, तकरीबन 2 चम्मच भर आंवले और शहद का मुरब्बा लगातार 3 से 4 सप्ताह तक नाश्ते के रूप में ले, विशेषकर गर्मियों में |
- चाहे तो इसके 15 मिनट बाद गुनगुना दूध भी पिया जा सकता है | मार्च-अप्रैल या सितंबर-अक्टूबर मास में इसका सेवन करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं |
- यह आंवले और शहद का मुरब्बा तकरीबन 10 से 12 ग्राम ले और बच्चों को आधी मात्रा यानि तक़रीबन 5-6 ग्राम दें |
- प्रातः यानि सुबह-2 खाली पेट खूब चबा-चबाकर खाने से और उसके 1 घंटे बाद तक कुछ भी ना लेने से मस्तिष्क के ज्ञान तंतुओ को बल मिलता है और स्नायु संस्थान यानी नर्वस सिस्टम शक्तिशाली बनता है |
शहद और आंवले का मुरब्बा खाने के नुकसान
1) मधुमेह यानि शुगर के रोगी इसे न ले |
2) अधिक मात्रा में शहद खाना शरीर के लिए हानिकारक होता है |
हम उम्मीद करते है की शहद और आंवले का मुरब्बा खाने के फायदे (Shahad Aur Amla Murabba Benefits in Hindi), आंवला और शहद का मुरब्बा बनाने की विधि, आंवले का मुरब्बा खाने का तरीका, शहद और आंवले का मुरब्बा खाने के नुकसान, विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रहेगी।
Read More:-
अनार के फायदे और विभिन्न रोगो में प्रयोग की विधि की जानकारी