बहेड़ा की तासीर (Baheda Ki Taseer) – बहेड़ा आयुर्वेदा की एक अत्यन्त महत्वपूर्ण औषधि है जिसका प्रयोग त्रिफला बनाने में किया जाता है। बहुत से लोग बहेड़ा की तासीर के बारे में जानना चाहते है, आइये जानते है इस बारे में :-
बहेड़ा की तासीर | Baheda Ki Taseer
बहेड़ा की तासीर गर्म होती है यानि इसका शरीर पर गर्म प्रभाव पड़ता है और इसी वजह से गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओ को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
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बहेड़ा क्या होता है | What Is Baheda In Hindi
बहेड़ा आयुर्वेदा की सबसे प्रभावशाली औषधि त्रिफला को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। बहेड़ा जिसे बिभीतकी (विभीतक ) के नाम से भी जाना जाता है, एक फल होता है इसके अंदर एक मींगी निकलती है, जो मीठी होती है, लेकिन औषधि के रूप में अधिकतर इसके फल के छिलके का उपयोग किया जाता है।
बहेड़ा के फायदे | Baheda Ke Fayde
बहेड़ा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ाता है, कब्ज की समस्या को दूर करने में काफी कारगर होता है। यह आमाशय को मजबूती प्रदान करता है। इसके अन्य फायदों में भूख बढ़ाना, पित्त दोष व सिरदर्द को दूर करना भी आते है, साथ ही यह आँखों और दिमाग को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक होता है।
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त्रिफला में बहेड़ा की मात्रा
त्रिफला चूर्ण आयुर्वेदा की सबसे प्रभावशाली औषधि है जिसे तीन प्रमुख जड़ी-बूटियाँ के चूर्ण को मिलाकर बनाया जाता है। हरड़, बहेड़ा और आंवला । आयुर्वेद में इन्हें अमलकी, विभीतक और हरितकी कहा गया है। इन तीनो में से हरड़ और बहेड़ा की तासीर गर्म होती है जबकि आंवला की तासीर ठंडी होती है।
त्रिफला को बनाने के लिए इन तीनो, हरड़,बहेड़ा और आंवला, को अलग-२ अनुपात में मिलाकर बनाया जाता है। त्रिफला से चिकित्सा के नेको तरीके है जिनके अनुसार इन तीनो को 1:1:1 के अनुपात में यानि हरड़ का चूर्ण 100 ग्राम, बहेड़ा का चूर्ण 100 ग्राम, और आंवला का चूर्ण 100 ग्राम या त्रिफला से कायाकल्प की विधि के अनुसार 1:2:3 के अनुपात में हरड़ का चूर्ण 100 ग्राम, बहेड़ा का चूर्ण 200 ग्राम, और आंवला का चूर्ण 300 ग्राम मिलाकर भी बनाया जाता है।
यह त्रिफला से चिकित्सा की विधि के ऊपर निर्भर करता है की त्रिफला में बहेड़ा की मात्रा कितनी होगी।
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बहेड़ा खाने से क्या होता है?
बहेड़ा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ाता है, कब्ज की समस्या को दूर करने में काफी कारगर होता है। यह आमाशय को मजबूती प्रदान करता है। इसके अन्य फायदों में भूख बढ़ाना, पित्त दोष व सिरदर्द को दूर करना भी आते है, साथ ही यह आँखों और दिमाग को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक होता है।
बहेरा का कुल कौन सा है?
बहेरा का कुल काम्ब्रीटेसी है।
विभीतक क्या है?
बहेड़ा जिसे बिभीतकी (विभीतक ) के नाम से भी जाना जाता है, एक फल होता है इसके अंदर एक मींगी निकलती है, जो मीठी होती है, लेकिन औषधि के रूप में अधिकतर इसके फल के छिलके का उपयोग किया जाता है।
हम उम्मीद करते है की इस लेख में बहेड़ा की तासीर (Baheda Ki Taseer), बहेड़ा के फायदे (Baheda Ke Fayde), त्रिफला में बहेड़ा की मात्रा, आदि विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए उपयोगी रहेगी।
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