How To Increase Immunity Power In Hindi
जब भी शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाने की बात आती है तो आयुर्वेद को अक्सर एलोपैथिक चिकित्सा और उपचार से अधिक पसंद किया जाता है । आयुर्वेद आपके अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने और शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए कुछ सर्वोत्तम विकल्प दे सकता है ।
यहां इस लेख (How To Increase Immunity Power In Hindi) में हम आपको 5 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी देने जा रहे है जो आपकी Immunity Power को बढ़ाने से लेकर आपके स्वास्थ्य को बनाये रखने और बीमारियों से बचाने में मदद कर सकती हैं । लेकिन उससे पहले जान ले की
How To Increase Immunity Power In Hindi With Ayurveda
आयुर्वेद के अनुसार शरीर की ऊर्जा को ‘ओजस’ के रूप में जाना जाता है, और इसकी एकाग्रता मुख्य रूप से’ हृदय चक्र ’पर बनी हुई है ।
यदि आप किसी व्यक्ति को विभिन्न बीमारियों से पीड़ित देखते हैं, तो आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि उसके शरीर में ‘ओजस’ कम है। ऐसे मामलों में, व्यक्ति को कई पुरानी बीमारियों, एलर्जी और संक्रमण (Infection) का भी खतरा हो जाता है।
आयुर्वेद का अध्ययन और अभ्यास करने वाले प्राचीन चिकित्सकों के अनुसार ; प्रतिकूल प्रतिक्रिया (adverse reactions), गलत विचार या गलत भावनाएं शरीर में ‘ओजस’ के नीचे जाने का कारण बन सकती हैं।
उदाहरण के लिए, बहुत अधिक घृणा, चिंता, क्रोध, अपराधबोध, ईर्ष्या, थकान के साथ-२ मनोवैज्ञानिक तनाव, पर्यावरण में प्रदूषण, एंटीबायोटिक दवाओं की अधिकता, चयापचय क्रिया का बिगड़ना, शारीरिक गतिविधि का कम होना, जंक फूड की अधिकता और ऐसा बहुत कुछ आपकी इम्युनिटी पावर को कम करके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ानेको मजबूत बनाने वाले खाद्य पदार्थ
खाद्य पदार्थ, विशेष रूप से कृत्रिम (artificial) मिठास और preservatives युक्त खाद्य पदार्थ एलर्जी और संक्रमण (infections) से उबरने की शरीर की क्षमता को सीमित करते हैं । नतीजा यह होता है की कमजोर इम्युनिटी पावर आपको विभिन्न रोगों के प्रति संवेदनशील (Sensitive) बनाता है और आपके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है ।
कमजोर इम्युनिटी के कारण होने वाली अन्य समस्याएं एलर्जी, अनिद्रा, थकान, भूख न लगना, सुस्ती, अपच, श्वास संबंधी समस्याएं (breathing issues) और बहुत कुछ हैं।
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दोस्तों, आयुर्वेदा में कुछ ऐसी जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी दी गई है जो आपकी इम्युनिटी पावर को कई गुना तक बढ़ा देती है | ऐसी ही 5 जड़ी बूटियों के बारे में हम जानकारी दे रहे है |
आयुर्वेदिक जड़ी बूटी आपकी इम्युनिटी पावर को बढ़ावा देने के लिए
अश्वगंधा
तनाव सर्दी जुकाम जैसी इम्युनिटी से जुडी समस्याओं का एक प्रमुख कारण है। तनाव इम्युनिटी को कमजोर करके दिल की बिमारिओ का कारण भी बन सकता है |
अश्वगंधा यहां आपकी मदद कर सकता है।
अश्वगंधा का सेवन नसों को शांत करने के साथ-2 वात की कारण शरीर में पैदा हुए असंतुलन के इलाज के लिए भी फायदेमंद है ।
एक गिलास गर्म पानी में कुछ अश्वगंधा पाउडर मिलाकर ले | यह आपके शरीर में कोर्टिसोल को विनियमित (regulate) करेगा, जो तनाव को कम करने में मदद करता है।
Immunity को बढ़ावा देता है गिलोय
गिलोय एंटीऑक्सिडेंट का एक पावरहाउस है जो फ्री-रेडिकल्स से लड़ता है, शरीर की कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है और बीमारियों से छुटकारा दिलाता है।
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गिलोय विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है, रक्त को शुद्ध करता है, बैक्टीरिया से लड़ता है जो रोगों का कारण बनते है और यकृत रोगों और मूत्र मार्ग के संक्रमण (Infection) का मुकाबला करता है।
गिलोय का उपयोग हृदय से संबंधित रोगों के उपचार में विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है, और यह बांझपन के इलाज में भी उपयोगी है |
तुलसी
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में तुलसी का एक विशिष्ट स्थान है क्योंकि इसके हर हिस्से में औषधीय गुण होते हैं।
तुलसी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण इम्यूनिटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह किसी भी प्रकार की सांस की समस्याओं जैसे खांसी और आम जुकाम का इलाज करने में मदद कर सकता है।
यह इंसुलिन के स्तर को विनियमित (regulate) करके रक्त शर्करा (blood sugar) के लिए अद्भुत काम करता है।
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आंवला
आंवला में बहुत सारा विटामिन सी होता है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है और चयापचय में सुधार करता है।
यह युवावस्था को बढ़ाता है और ओजस में भी सुधार करता है। परिणामस्वरूप, शरीर के तीन दोष शांत हो जाते हैं।
आंवला डिटॉक्सीफिकेशन और लिवर की सही कार्यप्रणाली के लिए अच्छा काम करता है। यह कई हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया से लड़ सकता है और सर्दी और फ्लू जैसी बीमारियों को रोकने में सहायक होता हैं ।
आंवला में पॉलीफेनोल्स भी होते हैं जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में सक्षम हैं।
आंवला :- स्वास्थ्य और सौंदर्य का रक्षक
नीम
आयुर्वेद के अनुसार नीम एक अत्यंत उपयोगी औषधि है । नीम में रोगाणुरोधी गुण होते हैं और आपके रक्त को शुद्ध करता है।
इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल दोनों गुण होते हैं जो आपकी त्वचा को साफ, चमकदार और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। नीम में रक्त शुद्ध करने वाले गुण भी होते हैं। यह रक्त से विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों को साफ करके प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होता है |
आप रोजाना 8-10 नीम की पत्तियों को चबा सकते हैं या सर्वोत्तम परिणामों के लिए नीम की चाय पी सकते हैं।