गर्मी का मौसम अपने साथ अनेको समस्याएं लाता है जिनमे लू लगना (Heat Stroke in Hindi) एक ऐसी समस्या है जो आपकी जान के लिए भी खतरा बन सकती है।
लू लगना | Heat Stroke in Hindi
लू लगना शरीर की एक ऐसी स्तिथि है जिसमे व्यक्ति बहुत लम्बे समय तक गर्मी में रहता है, अब चाहे वह गर्मी में काम कर रहा हो, व्यायाम कर रहा हो या फिर सिर्फ गर्मी में बैठा ही हो, और इस वजह से उसके शरीर का तापमान बहुत बढ़ गया हो (40 डिग्री सेल्सियस यानी 104-105 डिग्री फॉरेनहाइट या उससे ज्यादा हो जाए) और लाल, शुष्क त्वचा, सिरदर्द, चक्कर आना आदि समस्याएं पैदा हो जाये।
इस लेख में लू लगना क्या है (Lu Lagna), लू लगने के कारण (Heat Stroke Causes in Hindi), लू लगने के लक्षण (Heat Stroke Symptoms in Hindi), लू लगने के घरेलु उपचार (Heat Stroke Home Remedies in Hindi) की जानकारी देने जा रहे है।
Table of Contents
लू लगने का कारण | Heat Stroke Causes in Hindi
- ऐसी स्तिथि तब पैदा होती है जब गर्मी के कारण व्यक्ति को पसीना अधिक आने से शरीर से पानी निकल जाता है। शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी ना मिल पाए, तो शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाता है। पसीना शरीर के तापमान को नियंत्रित कर लू से बचाव करता है। यही वजह है कि गरमियों में खूब पानी पीने की हिदायत दी जाती है।
- जो लोग एयरकंडीशनर या कूलर के सामने बैठ कर काम करते हैं, उन्हें एकदम ठंडे वातावरण से तेज धूप में नहीं निकलना चाहिए क्योकि तापमान में तेजी से होने वाला बदलाव भी लू लगने की वजह बन सकता है।
- धुप में घूमना लू लगने का एक बड़ा कारण है। दोपहर को सड़कों या खुले मैदानों में ना घूमें, सड़क पर पैदल निकलना ही पड़े, तो छाता ले कर आए। स्कूटी से जा रहे हैं, तो सिर पर हेलमेट पहने। गर्म हवा के थपेड़ो से बचने के लिए चेहरे को कपड़े से ढक लें।
- बंद कार भी लू लगने का सामान्य कारण है। बंद कार यदि धूप से खड़ी हो, कार के अंदर का तापमान बाहर के तापमान से बहुत अधिक हो जाता है। यदि बाहर तापमान 25 डिग्री सेल्सियस हो और कार के अंदर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक हो, तो इससे लू लग सकती है। कई लोग बच्चों या बुजुर्गों को कार में अकेला छोड़ कर चले जाते हैं और बाहर से कार लॉक कर देते हैं। यह बहुत ही ख़तरनाक स्थिति है। इससे ये बहुत कम समय में हीट स्ट्रोक के शिकार हो सकते हैं। वे घबराहट की वजह से कार से बाहर निकलना चाहे तो निकल नहीं पाते।
लू लगने के लक्षण व उपचार । लू लगने के लक्षण और उपाय
आइये अब जानते है की लू लगने पर क्या करे (lu lagne par kya kare), लू लगने के घरेलु उपचार क्या-2 है? लेकिन पहले जानते है लू लगने के लक्षणों के बारे में:-
लू लगने के लक्षण क्या है? | Heat Stroke Symptoms in Hindi
तेज गरमी में लू लगने पर सिर दर्द, चक्कर आने, बेहोश होना, गरमी के बावजूद पसीना ना आने, त्वचा लाल, गरम और सूखी होने, मांसपेशियों में ऐंठन होने, सांस लेने में परेशानी होने, नाड़ी का तेज चलना, दिल की धड़कन बढ़ जाने जैसे लक्षण जाहिर होते हैं।
लू लगने के घरेलू उपचार | Heat Stroke Home Remedies in Hindi
- लू से बचने के लिए घनिए को पानी में भिगो कर रखें, फिर उसे अच्छी तरह मसल और छान कर उसमें थोड़ी सी चीनी मिला कर पिएं।
- गरमियों में कच्चे हरे आम का पना पिएं। यह लू से बचाता है।
- इमली के बीज पीस कर उसे पानी में घोल कर कपड़े से छान लें। इस पानी में शक्कर मिला कर पीने से लू से बचा जा सकता है।
- नारियल पानी, शिकंजी व फ्रेश फ्रूट जूस पिएं। चाहें, तो बेल का शरबत पी सकते है। यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। इससे लू लगने का खतरा कम हो जाता है।
- बाहर निकलने से पहले हमेशा अपने साथ पानी की बोतल रखें। बच्चे को पानी की बोतल साथ दे कर स्कूल भेजें। चाहें, तो उसमें ग्लूकोज मिला सकती है। इससे शरीर को लगातार ऊर्जा मिलती है और थकान कम महसूस होती है।
- बाहर से आने के तुरंत बाद पानी ना पिएं। शरीर का तापमान सामान्य हो जाने पर पिएं। पानी या कोई ठंडा शरबत पी कर घर से बाहर निकलें, जैसे नीबू पानी या आम का पना।
- गरमियों में हल्की डाइट लें और इसमें दही शामिल करें। बच्चे, बड़ों को घर से बाहर खाली पेट ना निकलने दें। निकलने से पहले जरूर कुछ खा कर निकलें।
- लू लगने पर जौ के आटे और प्याज को पीस कर पेस्ट बनाएं और शरीर पर लगाएं, इससे आराम मिलेगा।
- धूप में निकलने से पहले नाखून पर प्याज घिस कर लगाने से लू नहीं लगती।
- धूप में निकलते समय छिला हुआ प्याज साथ ले कर चलें। इससे लू नहीं लगती।
- धूप से आने के बाद प्याज के थोड़े से रस में शहद मिला कर चाटने से लू लगने का खतरा कम होता है।
- कददू के बीज मिश्री की चाशनी के साथ खाएं। इससे भी लू नहीं लगती।
- गरनियों में सिंथेटिक या टाइट कपड़े पहनने से हवा नहीं लग पाती और शरीर के अंदर की गरमी नहीं निकल पाती, ऐसे में हीट स्ट्रोक या लू का असर हो सकता है। इस मौसम में सूती व थोडे ढीले कपड़े पहनें, जो पसीना सोख सकें।
- टमाटर की चटनी, नारियल और पेठा खाने से भी लू नहीं लगती।
- लू लग जाए, तो सिर, चेहरा, पीठ व टांगों को ठंडे पानी से धोएं या स्पॉन्ज करें, इससे आराम मिलेगा।
लू लगे तो क्या करना चाहिए?
लू लग जाए, तो सिर, चेहरा, पीठ व टांगों को ठंडे पानी से धोएं या स्पॉन्ज करें, इससे आराम मिलेगा। साथ ही कच्चे हरे आम का पना पिएं। यह लू से बचाता और लू लगने के असर को भी कम करता है।
लू लगने का क्या कारण है?
गर्मी के कारण व्यक्ति को पसीना अधिक आने से शरीर से पानी निकल जाता है। शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी ना मिल पाए, तो शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाता है और शरीर के तापमान पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाता है और व्यक्ति लू का शिकार हो जाता है। यही लू लगने का सबसे बड़ा कारण है।
लू के लक्षण क्या है?
तेज गरमी में लू लगने पर सिर दर्द, चक्कर आने, बेहोश होना, गरमी के बावजूद पसीना ना आने, त्वचा लाल, गरम और सूखी होने, मांसपेशियों में ऐंठन होने, सांस लेने में परेशानी होने, नाड़ी का तेज चलना, दिल की धड़कन बढ़ जाने जैसे लक्षण जाहिर होते हैं।
हम उम्मीद करते है की लू लगना क्या है (Lu Lagna), लू लगने के कारण (Heat Stroke Causes in Hindi), लू लगने के लक्षण (Heat Stroke Symptoms in Hindi), लू लगने के घरेलु उपचार (Heat Stroke Home Remedies in Hindi), विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रहेगी।
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References:-