मधुमेह में चाय यानि शुगर में चाय पीना चाहिए कि नहीं (Sugar Mein Chai Peena Chahiye Ki Nahi) – भारत के अधिकांश हिस्सों में बनने वाली चाय में पानी, चायपत्ती, चीनी और दूध मिलाया जाता है जिसे हम चाय या दूध वाली चाय के नाम से जानते है। डायबिटीज के मरीजों को यह अवश्य जानना चाहिए की क्या डायबिटीज यानि शुगर में चाय पीना चाहिए कि नहीं? डायबिटीज कौन-२ सी चाय पीनी चाहिए?
मधुमेह में चाय यानि शुगर में चाय पीना चाहिए कि नहीं | Sugar Mein Chai Peena Chahiye Ki Nahi
चाय या दूध वाली मीठी चाय डायबिटीज यानि शुगर के मरीजों को बिलकुल नहीं पीनी चाहिए। इस चाय में मीठे के अलावा पाए जाने वाले टैनिन (Tannins) और पॉलीफेनोल (Polyphenols) नामक तत्व शरीर में आयरन की कमी का कारण बनते है और हीमोग्लोबिन घट सकता है। चाय में कलर के लिए मिलाए जाने वाले फुल क्रीम दूध का असर मरीज के ब्लडशुगर लेवल पर भी पड़ता है।
मधुमेह यानि शुगर के मरीज को दूध पीना चाहिए या नहीं ?
आइये और अधिक जानते है इस बारे में:-
मधुमेह में चाय | डायबिटीज में चाय | शुगर में चाय
पानी के बाद सबसे अधिक पिए जाने वाली पेय चाय ही है जिसे सभी लोग बड़े चाव से पीना पसंद करते है। अनेक लोगो के दिन की शुरुआत ही सुबह की चाय की चुस्की के साथ होती है। ऐसे में डायबिटीज का पता लगने के बाद अपने आप को चाय से दूर कर पाना आसान नहीं। ऐसे में आप भी जानना चाहेंगे की किस तरह की चाय डायबिटीज यानि शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है? और शुगर फ्री चाय को कैसे बनाया जाये?
किस तरह की चाय डायबिटीज यानि शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है?
चाय या दूध वाली चाय के अलावा कई अलग -२ फ्लेवोर्स और तरीको की चाय बनाई जाती है जिनमे से अनेको प्रकार की चाय का सेवन डायबिटीज के मरीजों द्वारा किया जा सकता है। और इनके सेवन से ब्लड शुगर पर कोई गलत प्रभाव भी नहीं पड़ता। जैसे हर्बल टी, ब्लैक टी और कई अन्य तरीको की चाय।
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद चाय
- कैमोमाइल चाय – कैमोमाइल में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने वाले गुण मौजूद होते है। कैमोमाइल की चाय में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी, और एस्ट्रिंजेंट गुण भी पाए जाते है। यह ब्लड शुगर के स्तर को भी कम करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को भी घटाने में भी काफी प्रभावी होते है।
- काली चाय – काली चाय कुछ बेहतरीन पौधों से बनाई जाती है और इनमें थेफ्लेविन्स और थेरुबिगिन्स जैसे गुण मौजूद होते हैं। इन पौधों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण ब्लड शुगर पर नियन्त्रण बनाये रखकर डायबिटीज में आराम पहुंचाते है।
- गुड़हल (हिबिस्कुस) चाय – गुड़हल की चाय के सेवन से ब्लड शुगर के स्तर को कम किया जा सकता है। गुड़हल की चाय में पॉलीफेनोल्स, एंटीऑक्सीडेंट, और एंथोसायनिन जैसे गुण भी मौजूद होते हैं। यह शरीर में सूजन को कम करते हैं और इंसुलिन के प्रतिरोध में भी सुधार करने में सहायक होते है। इसके साथ यह ब्लड प्रेशर को भी संतुलित बनाये रखने में सहायक होते है।
- दालचीनी चाय – दालचीनी एक बहुत ही प्रभावी मसाला है जिसके इस्तेमाल से अनेक रोगोमे फायदे मिलता है। इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो डायबिटीज जैसे रोग पर नियंत्रण बनाये रखने में सहायक होते है।
- ग्रीन टी – ग्रीन टी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। दूध वाली चाय की स्थान पर प्रतिदिन ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर में सूजन और सेल्स के डैमेज होने की समस्या को कम करने में सहायता मिलती है। इतना ही नहीं ग्रीन टी के अंदर बायोएक्टिव कंपाउंड भी मौजूद होते है, जो इंसुलिन को भी मैनेज करने का काम करते हैं। इतना ही नहीं ग्रीन टी में मौजूद एक बायो एक्टिव कंपाउंड जो की एपिग्लो कैटेचिन गैलेट के नाम से जाना जाता है, हमारे शरीर में ग्लूकोज के प्रवाह को बेहतर करता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने का कार्य करता है।
- अदरक की चाय (Ginger Tea) – The Journal of Complementary and Integrative Medicine में फरवरी 2015 में प्रकाशित एक छोटे से अध्ययन में पाया गया कि टाइप २ मधुमेह वाले लोग (जो इंसुलिन पर निर्भर नहीं थे) जिन्होंने तीन महीने तक अदरक की चाय का सेवन किया, उनके ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार हुआ, टाइप 2 मधुमेह के साथ-साथ A1C वाले लोगों में फास्टिंग ब्लड शुगर के स्तर में भी सुधार हुआ।
- पुदीना चाय (Peppermint Tea) – पुदीने की चाय भी टाइप २ डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। इसके सेवन से न सिर्फ आपका स्ट्रेस लेवल कम होता है बल्कि इसकी गंध से चिंता, हताशा, थकान और दर्दो को कम करने में भी मदद मिलती है जो शुगर लेवल बढ़ने का कारण बनते है।
शुगर फ्री चाय कैसे बनाएं
ऊपर बताई गई 5 तरह की चाय शुगर फ्री होती है और इनके सेवन से डायबिटीज के मरीजों को अनेको लाभ मिलते है। लेकिन फिर भी अगर आप दूध वाली चाय का सेवन ही करना चाहते है तो चाय में मिलाने वाले समान में थोड़ा सा बदलाव करके भी आप इसे पी सकते है जैसे :-
- फुल क्रीम या टोन्ड दूध की जगह पर डबल टोन्ड दूध का इस्तेमाल करे।
- चाय में शुगर या किसी भी तरह की मीठे जैसे चीनी, गुड़ या शहद का इस्तेमाल न करे यानि शुगर फ्री चाय बनाये और पिए।
- डायबिटीज के मरीज के लिए चाय बनाते समय उसमे थोड़ी मात्रा में दालचीनी पाउडर जरूर मिलाये।
- चायपत्ती का इस्तेमाल थोड़ा कम करे और चायपत्ती को आखिरी में डाले और कम उबाले।
चाय पीने से शुगर बढ़ती है क्या?
चाय में मीठे के अलावा पाए जाने वाले टैनिन (Tannins) और पॉलीफेनोल (Polyphenols) नामक तत्व शरीर में आयरन की कमी का कारण बनते है और हीमोग्लोबिन घट सकता है। चाय में कलर के लिए मिलाए जाने वाले फुल क्रीम दूध का असर मरीज के ब्लडशुगर लेवल पर भी पड़ता है।
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References:-