टाइफाइड में चावल खाना चाहिए या नहीं (Typhoid Mein Chawal Khana Chahie Ki Nahin) – टाइफाइड के रोगी कई स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित होते हैं, इसलिए उन्हें अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जो हल्के और पचने में आसान हों और प्रतिरक्षा प्रणाली को शक्ति प्रदान करते हों। चावल तक़रीबन हर घर में बड़े चाव से खाया जाता है। ऐसे में कई लोग यह सवाल करते हैं कि टाइफाइड में चावल खा सकते है या नहीं?
टाइफाइड में चावल खाना चाहिए या नहीं |
जी हाँ, टाइफाइड फीवर में वाइट चावल को खा सकते है क्योकि यह कम फाइबर वाली वस्तुओ में आता है जबकि ब्राउन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि यह हाई फाइबर वाली वस्तुओ में शामिल है। टाइफाइड फीवर में चावल को उबालकर, खिचड़ी के रूप में सेवन कर सकते है जबकि मसालेदार और चटपटा भोजन खाने की मनाही है इसलिए किसी अन्य रूप में जैसे की पुलाव, बिरयानी आदि के रूप में चावल का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।
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टाइफाइड | Typhoid Meaning in Hindi
Google Translator में English to Hindi Translation के अनुसार टाइफाइड फीवर को आंत्र ज्वर कहा जाता है जिसका मतलब छाती और पेट पर लाल धब्बों के उभरने के साथ-२ आंतों में गंभीर जलन के साथ एक संक्रामक जीवाणु बुखार है।
टाइफाइड एक संक्रामक जीवाणु रोग है जो साल्मोनेला बैक्टीरिया से फैलता है। यह रोग आमतौर पर मानसून के मौसम में फैलता है। टाइफाइड आमतौर पर तब होता है जब हम दूषित खाद्य पदार्थों या दूषित पानी का सेवन करते हैं । यह रोग आमतौर पर दूषित भोजन या दूषित पानी के सेवन के कारण होता है।
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टाइफाइड संक्रामक रोग है अर्थात यह रोगी द्वारा किसी और को फैल सकता है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना, कब्ज, उल्टी, कमजोरी और ढीला मल शामिल हैं। यदि रोग ठीक से ठीक नहीं होता है, तो व्यक्ति का वजन कम हो जाता है। इलाज न होने पर यह बीमारी जानलेवा भी बन जाती है।
टाइफाइड बुखार में क्या खाएं और क्या नहीं | Typhoid Fever Me Kya Khaye Kya Nahi Khana Chahiye
टाइफाइड से पीड़ित व्यक्ति को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। टाइफाइड के मरीज को:-
- शरीर के लिए स्वस्थ रहने और ऊर्जा प्राप्त करने के लिए कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे उबले हुए चावल, दलिया, शहद आदि का सेवन करना चाहिए।
- टाइफाइड फीवर से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी हो सकती है जिससे बचने के लिए अधिक मात्रा में पानी या पेय पदार्थों का सेवन जैसे नारियल पानी, नींबू पानी, सूप और फलों के जूस करना चाहिए।
- खाने में दाल, चावल की मुंग की दाल वाली खिचड़ी, हरी सब्जियां जैसे पालक, पत्तागोभी, फूलगोभी, और गाजर आदि को पकाकर खाएं।
- कच्चे फल और सब्जियों को खाने से बचना चाहिए और अगर खाना ही चाहते है तो एवोकाडो, केला, चीकू, पपीता, सेब, मौसमी और संतरे आदि का सेवन कर सकते है।
- तला-भुना या मसालेदार भोजन खाने से बचना चाहिए।
- हाई फाइबर युक्त वस्तुओ का सेवन करने से बचना चाहिए जैसे ब्राउन राइस।
- सिगरेट, शराब आदि का परहेज रखें।
- कैफीन वाली चीजे जैसे कॉफी, चाय आदि का सेवन न करें ये पेट में गैस पैदा कर सकती हैं।
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टाइफाइड के लक्षण क्या होते हैं ?
टाइफाइड संक्रामक रोग है अर्थात यह मेजबान द्वारा किसी और को फैल सकता है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना, कब्ज, उल्टी, कमजोरी और ढीला मल शामिल हैं। यदि रोग ठीक से ठीक नहीं होता है, तो व्यक्ति का वजन कम हो जाता है। इलाज न होने पर यह बीमारी जानलेवा भी बन जाती है।
टाइफाइड ठीक होने के बाद कमजोरी को दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए ?
टाइफाइड बुखार के दौरान शरीर में आई हुई कमजोरी को दूर करने के लिए कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन आवश्यक है और रोगियों को ठीक करने के लिए अर्ध-ठोस भोजन एक बेहतर विकल्प है क्योंकि वे पचाने में आसान होते हैं। दलिया, फ्रूट कस्टर्ड, पोच्ड अंडे, बेक्ड आलू, शहद और उबले हुए चावल जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
क्या टाइफाइड में चावल खाना चाहिए?
जी हाँ, टाइफाइड फीवर में वाइट चावल को खा सकते है क्योकि यह कम फाइबर वाली वस्तुओ में आता है जबकि ब्राउन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए |
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हम उम्मीद करते है की इस लेख में टाइफाइड में चावल खाना चाहिए या नहीं (Typhoid Mein Chawal Khana Chahie Ki Nahin), टाइफाइड (Typhoid Meaning in Hindi), टाइफाइड बुखार में क्या खाएं और क्या नहीं (Typhoid Fever Me Kya Khaye Kya Nahi Khana Chahiye) , आदि विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए उपयोगी रहेगी।
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