गर्दन की नस में दर्द या गर्दन में दर्द
इस लेख में हम आपको गर्दन में दर्द क्यों होता है?, गर्दन में दर्द के कारण, उससे बचाव के तरीके और गर्दन की नस में दर्द का इलाज, घरेलु इलाज के बारे में जानकारी देने जा रहे है |
गर्दन में दर्द क्यों होता है?
गर्दन में दर्द होना एक सामान्य समस्या है | कई लोगों को कभी-कभी गर्दन में दर्द या अकड़न का अनुभव होता है । यह किसी भी उम्र वाले व्यक्ति को और कभी भी हो सकती है । कई बार तो ऐसा होता है कि हम रात में बिलकुल सही सलामत सोते हैं और जैसे ही सुबह उठते हैं, हमें पता लगता है कि हम अपनी गर्दन को हिला पाने में असमर्थ हैं और हमारे गर्दन की नस में दर्द बहुत है ।
कभी-कभी तो गर्दन ऐसे अकड़ती है कि यह सीधा ही नहीं होती । गर्दन जिस तरफ को अकड़ी होती है, अपने गर्दन और सिर को भी उसी दिशा में रखना हमारी मजबूरी बन जाती है । गर्दन में जरा-सा खिचाव आया कि दर्द शुरू।
क्या आपके साथ भी ऐसा कभी हुआ है?और आपने कभी सोचा है की गर्दन में दर्द क्यों होता है और इसके कोई गंभीर नुकसान है या नहीं ?
हालांकि, गर्दन के दर्द से हमें कोई गंभीर नुकसान का खतरा नहीं रहता, लेकिन फिर भी इसे नजरअंदाज करने पर यह भविष्य में गंभीर समस्या का रूप भी ले सकती है |
इसलिए इसे दूर करने के लिए सही उपचार करना ही बेहतर और सुरक्षित रहता है लेकिन उससे पहले जान लीजिये की गर्दन में दर्द क्यों होता है और इसके क्या कारण है?
गर्दन में दर्द के कारण
गर्दन में दर्द कई कारण और बीमारियों हो सकती है | बीमारियां जैसे:-
- डिजनरेटिव डिस्क डिजीज,
- नेक स्ट्रेन,
- ऑस्टियोआर्थराइटिस,
- सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस,
- स्पाइनल स्टेनोसिस |
अन्य कारणों में :-
- poor posture यानि शरीर का पॉस्चर ठीक न होना,
- गर्दन की चोट के अलावा
- लगातार लंबे समय तक बिना ब्रेक लिए कंप्यूटर या लैपटॉप पर बैठे रहना,
- बेसिक फोन या मोबाईल फोन पर गर्दन झुकाकर देर तक बात करना,
- लेटकर टीवी देखना,
- अधिक समय तक टीवी देखना,
- लम्बे समय तक गर्दन को झुकाकर पढ़ाई-लिखाई व अन्य कार्य करना,
- गर्दन को जोर से झटका देना अथवा किसी भी कारण से गर्दन पर जोर का झटका पड़ना,
- ज्यादा ऊँचे और कठोर तकिये का इस्तेमाल करना,
- उम्र बढ़ने के साथ गर्दन के जोड़ों में टूट-फूट होना, तथा
- फास्ट-फूड्स व जंक-फूड्स एवं अन्य अनियमित एवं गरिष्ठ भोजन का सेवन करना
इस मर्ज के होने के कुछ प्रमुख कारण हैं।
बच्चों, युवाओं एवं वृद्धों में सरवाईकल स्पांडिलाइसिस या सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस गर्दन से होकर गुजरने वाली सर्वाइकल स्पाइन के जोड़ों और डिस्क में समस्या (डी-जेनरेशन in discs ) होने से सर्वाइकल पेन हो जाता है । ऐसा हड्डियों और कार्टिलेज में टूट-फूट या उनका अपने स्थान से सरक जाने की वजह से होता है।
क्या पता, गर्दन में दर्द कब गंभीर रूप ले ले ? इसलिए गर्दन की नस में दर्द का इलाज जल्द कर लेना आवश्यक है |
गर्दन की नस में दर्द का इलाज
गर्दन के दर्द का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है । वैसे तो इसका उपचार आप घर बैठे ही कर सकते हैं, लेकिन जब कभी लगे कि यह गंभीर होता जा रहा है, सभी कोशिशों के बावजूद ठीक होने का नाम ही नहीं ले रहा, तो जरूर किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि गर्दन आपके शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण और बेहद नाजुक हिस्सा है ।
इस तरह के दर्द को ठीक करने के कुछ घरेलू उपाय इस प्रकार हैं :-
गर्दन को घड़ी की दिशा में हौले-हौले पांच से दस बार घुमाएं। अब इसे विपरीत दिशा में भी करें। इसके बाद अपने सिर को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं घुमाएं। अपने सिर के साथ इस क्रिया को तब तक करते रहें, जब तक आप इसे कर सकते हैं। जब दर्द होने लगे तो छोड़ दें। गर्दन दर्द को दूर करने के व्यायाम करते समय इस बात का खास ध्यान रखें की व्यायाम करते समय गर्दन पर अधिक जोर या दबाव न डालें |
यदि आपकी गर्दन अकड़ी है और आप इसे हिला पाने में असमर्थ हैं तो रोज़मेरी या लैवेंडर के हल्के गर्म तेल से गर्दन में हल्की मालिश करें। मालिश के रूप में यह गर्दन की मांसपेशियों को आवश्यक गर्मी प्रदान करेगा मालिश हमेशा गर्दन से कंधे की ओर करें । मालिश करते वक्त गर्दन पर अधिक दबाव न डालें |
यदि आपकी गर्दन सूज गई है और परिणाम में आपकी गर्दन सख्त है । तो गर्म पानी की थैली (हीटिंग पैक ) से या कांच की बोतल में गर्म पानी भरकर सिकाई करें । इसके लिए गर्दन के ऊपर एक हीटिंग पैक रखें | इसे कम से कम 2 घंटे के लिए लगा रहने दें । इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन सामान्य हो जाएगा और आपको राहत मिल जाएगी । मगर ध्यान रखें की सिकाई के तुरंत बाद खुली हवा में न जाएं और न ही कोई ठंडा पेय पीने की कोशिश करें ब्लकि सिकाई करने के बाद सिकाई किये गए हिस्से को अच्छे से कपडे से ढक ले और उस पर हवा न लगने दे ।
अगला घरेलू उपाय आइस पैक है । कुछ बर्फ को कुचलकर, तोड़कर, बारीक़ कर के एक तौलिया में लपेटो । फिर इस तौलिया को कड़े, दर्दनाक या सूजे हुए गर्दन की समस्या वाले स्थान पर लगाएँ । इसे कम से कम 30 मिनट के लिए लगा रहने दें | इससे आपको अकड़ी गर्दन से राहत मिल जाएगी।
हमारे अगले उपाय में, आपको बस पेपर नैपकिन लेना है। इसे Apple Cider Vinegar में भिगोएँ | इस भिगोये हुए नैपकिन को अपनी समस्या क्षेत्र यानि दर्द वाले स्थान में रखें। इसे 1- 2 घंटे के लिए लगा रहने दें। कठोर गर्दन की मांसपेशियों से छुटकारा पाने के लिए यह एक उत्कृष्ट उपाय है।
हमारा आखिरी घरेलू उपाय है हॉट शावर। अपने गर्दन दर्द के स्थान पर लगभग 4-5 मिनट के लिए थोड़े गर्म पानी की बौछार के नीचे रखें। यह तुरंत राहत पाने का एक उपाय है।
तो, ये आसान और प्रभावी घरेलू उपचार थे। यदि आप उनका पालन करेंगे, तो आप अकड़ी गर्दन से छुटकारा पा सकते हैं |
6 Proven Health Benefits of Apple Cider Vinegar
गर्दन दर्द से बचाव के तरीके
गर्दन दर्द से बहुत हद तक बचाव किया जा सकता है बस आपको आगे बताई गई कुछ छोटी-२ बातों का ध्यान रखना होगा
लेटकर टीवी न देखें। इससे गर्दन के साथ-२ आँखों पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है |
अधिक समय तक टीवी न देखें। अगर देखना ही हो, तो बीच-बीच में उठकर टहल लिया करें।
कम ऊंचाई वाले तकिये का इस्तेमाल करें। बिस्तर का समतल होना भी जरूरी है ।
कठोर तकिये का प्रयोग न करें। पुराना तकिया कठोर हो जाता है और यह गर्दन में दर्द का कारण बन सकता है |
साथ ही नियमित रूप से व्यायाम करना इस गर्दन के दर्द को दूर रखने का सबसे आसान और बढ़िया तरीका है |