क्या शुगर के मरीज बादाम और काजू खा सकते हैं (Kya Diabetes Me Badam Aur Kaju Kha Sakte Hai ) – डायबिटीज के कारण शरीर धीरे-२ रोगों का घर बन जाता है और ह्रदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू और बादाम, ऐसे अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होते है जो शरीर को रोगों का घर बनने से रोकते है।
क्या शुगर के मरीज बादाम और काजू खा सकते हैं | Kya Diabetes Me Badam Aur Kaju Kha Sakte Hai
जी हां, सूखे मेवे यानि ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू और बादाम सिमित मात्रा में खाना मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा हो सकता है, क्योंकि इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वैल्यू कम होती है साथ ही इनमे कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते है जो रिप्रोडक्शन सिस्टम और हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के साथ-साथ बुरे कोलेस्ट्रॉल (L.D.L) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (H.D.L) को बढ़कर ह्रदय की हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी समस्याओं से रक्षा करते है।
आगे इस लेख में हम आपको डायबिटीज के मरीजों को काजू और बादाम से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी देने जा रहे है जो इन्हे शुगर के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद बनाते है।
मधुमेह में बादाम खाने के फायदे
बादाम मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है और यह मधुमेह के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है क्योकि मधुमेह के मरीजों में इस खनिज की कमी होती है | एनआईएच के अनुसार, मैग्नीशियम का सेवन स्वस्थ हड्डियों, सामान्य रक्तचाप, रक्त शर्करा नियंत्रण, और अच्छी मांसपेशियों और तंत्रिका कार्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
डायबिटीज यानि मधुमेह के मरीजों के लिए बादाम के कई फायदे हैं और इस बारे में समय-2 पर अध्ययन भी होते रहे है जैसे :-
- 2011 के एक अध्ययन में पाया गया कि 12 सप्ताह तक टाइप 2 मधुमेह के मरीजों के आहार में बादाम को शामिल करने से उनके ब्लड शुगर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा और हृदय रोग का खतरा भी कम हो गया।
- 2017 से एक और अध्ययन किया गया जिसमे टाइप 2 मधुमेह के मरीजों के आहार में 24 सप्ताह से अधिक समय तक प्रतिदिन बादाम को शामिल किया गया और इसके प्रभाव को देखा गया । अधययनफरताओ ने पाया कि बादाम को आहार में शामिल करने से ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद मिली।
- बादाम शरीर के लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जो रक्त धमनियों में ब्लॉकेज पैदा कर सकता है और ह्रदय रोग का कारण बनता है। वे हाई-डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन (एचडीएल) कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाते हैं, जो धमनियों से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करता है। यही कारण है कि बादाम हृदय रोग के जोखिम को कम करता है।
शुगर में काजू खाने के फायदे
काजू एचडीएल से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के अनुपात को बेहतर बनाने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
2018 के एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने टाइप 2 मधुमेह के 300 मरीजों को या तो काजू-समृद्ध आहार या एक विशिष्ट मधुमेह आहार दिया।
काजू से समृद्ध आहार लेने वालों में 12 सप्ताह के बाद निम्न रक्तचाप और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर था। काजू का रक्त शर्करा के स्तर या वजन पर भी कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा।
इससे यह साबित होता है की काजू मधुमेह के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है और सिमित मात्रा में इसका सेवन करने से ह्रदय रोग का खतरा तो कम होता है और मोटापे पर भी नियंत्रण पाने में सहायता मिलती है। इतना ही नहीं काजू का सेवन करने से हड्डिया भी स्ट्रांग बनती है।
शुगर में कितने काजू और बादाम खाने चाहिए
कई अध्ययनों में यह साबित हो चूका है की बादाम और काजू शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद होते है लकिन तभी जब इनका सिमित मात्रा में सेवन किया जाये और वो भी प्रतिदिन। ऐसे में एक सवाल उठता है की कितने बादाम और काजू खाने चाहिए?
बादाम और काजू दोनों ही गर्म तासीर वाले होते है और भारत के अधिकांश हिस्सों में गर्मी अधिक पड़ती है इसलिए अगर आप भारत के गर्म हिस्सों में रहते है तो २-३ बादाम और २-३ काजू का प्रतिदिन सेवन करना आपके लिए काफी रहेगा। सर्दी के मौसम में आप इसकी मात्रा को थोड़ा बढ़ा भी सकते है।
शुगर पेशेंट काजू बादाम खा सकते हैं क्या?
जी हां, सूखे मेवे यानि ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू और बादाम सिमित मात्रा में खाना मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा हो सकता है, क्योंकि इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वैल्यू कम होती है साथ ही इनमे कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते है जो रिप्रोडक्शन सिस्टम और हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के साथ-साथ बुरे कोलेस्ट्रॉल (L.D.L) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (H.D.L) को बढ़कर ह्रदय की हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी समस्याओं से रक्षा करते है।
काजू और बादाम का सेवन कैसे करें?
बादाम की तासीर गर्म होती है। इसके गर्म प्रभाव को कम करने के लिए इसका उपयोग करने से पहले इसे कुछ समय तक भिगो कर रखे। भीगे हुए बादाम का छिलका उतारकर दूध में मिला ले और काजू को भी दूध में मिला ले और फिर इनका सेवन करे। काजू बादाम वाला दूध शुगर के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।
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