कब्ज क्या है (What is Constipation in Hindi) – कब्ज (constipation meaning in hindi) जिसे इंग्लिश में Constipation भी कहते है, सब रोगों का मूल है | कब्ज से पीड़ित व्यक्ति का शरीर धीरे-२ रोगों का घर बन जाता है इसलिए इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी ले और इससे बचे।
कब्ज क्या है | What is Constipation in Hindi
पेट में शुष्क मल का जमा होना ही कब्ज है यानि की शरीर की वह स्तिथि जिसमे पेट में मौजूद मल शुष्क और बहुत कड़ा हो जाता है जिससे मल त्याग करना बहुत ही कठिन हो जाता है। कब्ज की स्तिथि में पूरी तरह से जोर लगाने के बावजूद भी पेट पूरी तरह से साफ़ नहीं हो पाता। विशेषज्ञों की माने तो एक सप्ताह में तीन से कम बार मल त्याग करने पर कब्ज होना माना जाता है।
आगे इस लेख में कब्ज क्या है (What is Constipation in Hindi) , कब्ज होने के कारण (kabj ke karan), बार बार कब्ज होने के कारण, कब्ज के कारण होने वाले रोग की पूरी जानकारी देने जा रहे है |
कब्ज | Kabj in Hindi
पेट में शुष्क मल का जमा होना ही कब्ज है। कब्जियत का मतलब ही प्रतिदिन पेट साफ न होने से है। यदि कब्ज का शीघ्र ही उपचार नहीं किया जाये तो शरीर में अनेक विकार उत्पन्न हो जाते हैं।
कब्ज जिसे इंग्लिश में Constipation भी कहते है, सब रोगों का मूल है | दूसरे शब्दों में यह भी कहा जा सकता है की कब्ज ही सभी बिमारिओ की जड़ है, इसलिए पेट को हमेशा साफ रखना चाहिए |
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एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में दो बार यानी सुबह और शाम को तो मल त्याग के लिये जाना ही चाहिये। दो बार नहीं तो कम से कम एक बार तो जाना आवश्यक है। रोज कम से कम सुबह मल त्याग न कर पाना अस्वस्थता या कब्ज के रोग की निशानी है।
लेकिन कब्ज किन कारणों से होती है ? या कब्ज के क्या कारण हैं?
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कब्ज के कारण | कब्जियत किन कारणों से होती है | Kabj Ke Karan
अलग अलग व्यक्तिओ में कब्ज के अलग-२ कारण हो सकते है | साथ ही कब्ज के अलग अलग लोगों के लिए अलग अलग मायने हो सकते है । कुछ लोगों के लिए यह असमय मल त्यागना हो सकता है, और कुछ लोगों के लिए केवल कठिन मल का त्यागना हो सकता है ।
जो भी मामला हो, इस समस्या का मूल कारण हमारी गलत जीवनशैली है । इसके साथ-२ kabj hone ke karan है:-
- पर्याप्त पानी न पीना – पर्याप्त पानी न पीना या पानी का कम सेवन क्योंकि पानी से शरीर के सभी टॉक्सिन्स निकालने के लिए पानी महतवपूर्ण भूमिका निभाता है । पर्याप्त पानी न पीने के कारण मल कठिन हो जाता है |
- भोजन में फाइबर की कमी – आहार में ताज़े फल और हरी पत्तेदार सब्जियों की कमी से, विशेष रूप से वह भोजन जिसमें फाइबर कम हो, जैसे पनीर, मांस और अंडे । इनके अधिक सेवन से कब्ज़ हो सकती है ।
- मल रोकने की आदत – निश्चित समय अंतराल पर बाथरूम का उपयोग नहीं करते और अपने मल को रोक कर रखते है उनका मल आंतो में जा कर इकठ्ठा होने लग जाता है | जो की कब्ज का कारण बनता है |
- शारीरिक परिश्रम कम करना – शारीरिक परिश्रम कम करने या ना करने जैसे कम चलना या कम काम करना, किसी तरह की शारीरिक मेहनत न करना, आलस्य करना, शारीरिक श्रम के बजाय दिमागी काम ज्यादा करने से हमारे शरीर के अंग सुस्त पड़ने लगते है और आंतों की गतिविधि कम हो जाती है जिससे की कब्ज की समस्या हो सकती है ।
- अस्वस्थ भोजन – अनियमित समय पर भोजन करने, भोजन खूब चबा-चबाकर न करना अर्थात् जबरदस्ती भोजन ठूँसना, जल्दबाजी में भोजन करना, बगैर भूख के भोजन करना, अधिक देर तक खाली पेट रहने और अस्वस्थ भोजन जिसमे मैदे से बनी वस्तुए, तली हुई चीजे, तेज मिर्च मसाले आदि शामिल है, करने से कब्ज हो सकती है ।
- बीमारियां – मधुमेह, कोलन कैंसर, रोलॉजिकल विकार जैसे पर्किंसन और हाइपोथॉइरायडिज्म और अन्य बीमारियां जिनके कारण पाचन तंत्र की तंत्रिकाओं एवं मांसपेशियों में कोई परेशानी होने पर वह सुस्त पड़ जाती है और कब्ज हो सकती है ।
- दवाएं – कब्ज पैदा करने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार दवाएं होती हैं । कुछ विशेष दवाओं जैसे नशीली दवाओं (narcotics), दर्द निवारक एवं आयरन की गोलियां खाने से भी कब्ज हो सकती है ।
- गर्भावस्था – गर्भावस्था में शरीर में कुछ ऐसे हार्मोनल परिवर्तन होते है जो एक महिला में कब्ज होने की सम्भावना को बढ़ा देते है । इसके अलावा गर्भाशय आंत को संकुचित कर सकता है जिसके कारण भोजन के मार्ग में गति धीमी हो जाती है जो कब्ज़ करती है ।
कब्ज के कारण होने वाले रोग
कब्ज के कारण पेट सही से साफ़ ना होने पर व्यक्ति को सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक समस्याएं भी होने लगती है। जैसे:-
- कब्ज के कारण पाचन क्रिया बिगड़ जाती है।
- सिरदर्द
- गैस बनना
- पेट में गैस बनना
- भूख कम लगना
- कमजोरी महसूस होना
- जी-मिचलाना
- चेहरे पर मुंहासे निकलना
- त्वचा पर काले दाग
- शौच के बाद भी ऐसा महसूस होना कि मानो पेट साफ न हुआ हो, जैसे शारीरिक समस्याओं के साथ ही
- आलस्य
- नींद न आना या पर्याप्त नींद न लेना
- उदासी
- बेवजह चिंता होना
- निराशा, जैसी मानसिक समस्याएं भी पैदा हो जाती है।
इसलिए बेहतर होगा की कब्ज के बारे में अधिक से अधिक जानकारी ले कर, इसके चुंगल से बचे।
हम उम्मीद करते है की कब्ज क्या है (What is Constipation in Hindi) , कब्ज होने के कारण (kabj ke karan), बार बार कब्ज होने के कारण, कब्ज के कारण होने वाले रोग, विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रहेगी।
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