महिलाओं में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए?

महिलाओं में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए (Mahilao me Hemoglobin Kitna Hona Chahiye)- हीमोग्लोबिन की मात्रा महिलाओ और पुरुषो के शरीर में अलग-२ होती है। पैथ लैब की रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के लिए हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 11.5 ग्राम (Hemoglobin 11.5 female) से 16.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) लिखी होती है, लेकिन क्या यह सही है? अगर नहीं तो महिलाओं में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए? (Hemoglobin kitna hona chahiye) आइये जानते है WHO इस बारे में क्या कहता है?

महिलाओं में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए? | Female me hemoglobin kitna hona chahiye

WHO के अनुसार किसी महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 12 से 16 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) और पुरुषों के शरीर में हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 14 से 18 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) के बीच होनी चाहिए।

आगे इस लेख में हीमोग्लोबिन क्या है, हीमोग्लोबिन कम होने के क्या लक्षण है, हीमोग्लोबिन की कमी से होती हैं ये समस्याएं, महिलाओं में हीमोग्लोबिन नार्मल रेंज कितनी होनी चाहिए, Female me Hemoglobin kitna hona chahiye, प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए (Pregnancy me hemoglobin kitna hona chahiye), महिलाओं में हीमोग्लोबिन के स्तर को प्रभावित करने वाले कारक कोन-२ से होते है, हीमोग्लोबिन की कमी से क्या होता है, महिलाओ में हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाये आदि विषयो पर जानकारी देने जा रहे है।

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हीमोग्लोबिन क्या है?

हीमोग्लोबिन, जिसे रिपोर्ट्स में एचजीबी (Hgb) के नाम से भी बताया गया होता है, लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद एक प्रोटीन होता है जो आयरन carry करने के कार्य करता है। यह आयरन रक्त के जरिये शरीर की कोशिकाओं और अंगो तक ऑक्सीजन पहुंचने का कार्य करता है और जिस वजह से हीमोग्लोबिन आपके रक्त का एक आवश्यक हिस्सा बन जाता है।

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जब आपके रक्त में पर्याप्त हीमोग्लोबिन न होने पर आपकी कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है और एनीमिया के लक्षण नजर आने लगते है।

डॉक्टर आपके रक्त के नमूने का विश्लेषण करके आपका रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर का पता लगाते है। आपके हीमोग्लोबिन के स्तर को कई तरह के कारक प्रभावित करते हैं, जिनमें आपका शामिल है:

  • उम्र:- युवा महिलाओं में हीमोग्लोबिन का स्तर अधिक होता है, जो उम्र के साथ कम होता जाता है।
  • लिंग:- महिलाओं और पुरुषो में हीमोग्लोबिन की मात्रा अलग-२ होती है।
  • चिकित्सा का इतिहास:- कुछ चिकित्सा स्थितियां, जैसे कि रक्तस्राव, आनुवंशिक विकार, और कुछ प्रकार के कैंसर, हीमोग्लोबिन के स्तर को कम कर सकती हैं।
  • प्रजनन क्षमता:– गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन का स्तर आम महिलाओ के मुकाबले कम हो जाता है।
  • आहार:– आपके आहार में आयरन, विटामिन बी12, और फोलेट की कमी से हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो सकता है।

हीमोग्लोबिन कम होने के क्या लक्षण है?। हीमोग्लोबिन की कमी से होती हैं ये समस्याएं

पुरुष हो या महिलाये, दोनों के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी से दिखने वाले लक्षणों में शामिल हैं:

  • दुर्बलता
  • सांस लेने में कठिनाई
  • चक्कर आना
  • तेज़, अनियमित दिल की धड़कन
  • कानों में तेज़
  • सरदर्द
  • ठंडे हाथ और पैर
  • पीली या पीली त्वचा
  • छाती में दर्द
  • पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द होना

Also Read: शरीर में खून की कमी के कारण

महिलाओं में हीमोग्लोबिन | हीमोग्लोबिन नार्मल रेंज कितनी होनी चाहिए | Female me Hemoglobin kitna hona chahiye

अगर आप एक महिला है और अपने अपना हीमोग्लोबीन टेस्ट करवाया है तो आपकी रिपोर्ट में हीमोग्लोबीन लेवल 11.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) (11.5 hemoglobin female) आ रहा है और आप यह सोच कर खुश हो रही है की यह नार्मल रेंज (Female hgb range) के अंदर है तो तो खुशफहमी से बाहर आ जाइये।

पैथ लैब की रिपोर्ट में नार्मल रेंज 11.5 से 16.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) लिखी हुई होती है लेकिन यह गलत है क्योकि WHO के मुताबिक महिलाओ में 12 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) (female hgb range) से कम हीमोग्लोबिन एनीमिया की निशानी है।

आमतौर पर पैथ लैब की रिपोर्ट में महिलाओं के लिए हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज (Normal Hgb Levels Female) कम लिखी होती है लेकिन डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक यह गलत है और इसी गलतफहमी के चलते बहुत सारी महिलाएं अपने आप को नार्मल समझकर बेहतरी के उपाय नहीं करती है।

जबकि मौजूदा समय में 90 पसेंट भारतीय महिलाएं अनीमिया की शिकार हैं, जो कई तरह की परेशानियों की वजह है। डब्ल्यूएचओ की नई रिपोर्ट के मुताबिक, हफ्ते में एक दिन आयरन खिलाकर भी अनीमिया की समस्या को काफी हद दूर किया जा सकता है।

भारतीय महिलाओं में अनीमिया का सबसे बड़ा कारण आयरन की कमी है। फिर फोलिक एसिड और B12 विटामिन की कमी जिम्मेदार है, जिसे खानपान में थोड़े बदलाव लाकर पूरा किया जा सकता है।

प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए? | Pregnancy me hemoglobin kitna hona chahiye

जैसा की हम ऊपर बता ही चुके है की सामान्य महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 12 से 16 ग्राम होना चाहिए। जबकि प्रेग्नेंट महिला के लिए शरीर में हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 11 से 15 ग्राम होनी चाहिए, क्योंकि प्रेगनेंसी के समय रक्त में आरबीसी यानी लाल रक्‍त कोशिकाओं की संख्‍या में कमी आ जाती है और इस वजह से हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान यदि आपका हीमोग्लोबिन का स्तर 11 से अधिक है, तो यह बहुत अच्छी बात है। इससे नाॅर्मल डिलीवरी की चांसेस बढ़ जाते हैं।

हीमोग्लोबिन की कमी से क्या होता है?

एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉ. ए. बी. डे कहते है कि अनीमिया में रक्त में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। यह रेड ब्लड सेल्स हार्ट तक ऑक्सीजन की सप्लाई करते है।

ऑक्सीजन की कमी के चलते थकान महसूस होती है, अचानक खड़े होने पर चक्कर आना, सिरदर्द, हाथ-पैर ठंडे रहना और त्वचा, मसूढ़ों और नाखुनो में पीलापन और सीने में दर्द आम लक्षण है।

शरीर में ऑक्सिजन कमी से निबटने के लिए हार्ट को अधिक काम करना पड़ता है, जिसके चलते एरिदमिया नमक बीमारी, हार्ट एनलार्जमेंट और कई बार हार्ट फेलियर की समस्या भी हो जाती है।

उम्र के साथ पाचन क्रिया पर असर पड़ता है। प्रेग्नेंसी के दौरान अनीमिया और भी अधिक खतरनाक हो सकता है।

महिलाओ में हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाये

हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल कहते है कि थोड़े से उपाय हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए भी काफी है जैसे:-

  • आयरन की कमी वाले अनीमिया में चना और गुड़ बेस्ट है।
  • पेट के कीड़े मारने के लिए एक 400 एमजी को टेबलेट लिखी जाती है, जो कि हर तीन महीने में एक बार खानी होती है।
  • खाने में फोलिक एसिड को बरकरार रखने के लिए खाना मंदी आंच पर पकाएं।
  • ड्राई फ्रूट्स जैसे खजूर, बादाम और किशमिश में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है। बादाम और किशमिश को भीगोकर खाना और भी ज्यादा फायदेमंद होता है।
  • चिकन, मटन और फिश और डेयरी उत्पाद विटामिन बी 12 के अच्छे स्रोत हैं। इनका सेवन विटामिन B12 की कमी को पूरा करने का एक अच्छा उपाय है।
  • फोलिक एसिड की कमी को दूर करने के लिए खट्टे के रस, फलियां और गढ़वाले अनाज का सेवन करे।
  • रक्तस्राव को रोकने के लिए कदम उठाएं। यदि आप मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्राव करती हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

महिलाओं में हीमोग्लोबिन की मात्रा कितनी होनी चाहिए?

WHO के अनुसार किसी महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 12 से 16 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) और पुरुषों के शरीर में हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 14 से 18 ग्राम प्रति डेसीलीटर (जी/डीएल) के बीच होनी चाहिए।

हीमोग्लोबिन कम होने के क्या लक्षण है?

कम हीमोग्लोबिन के लक्षणों में शामिल हैं:
दुर्बलता
सांस लेने में कठिनाई
चक्कर आना
तेज़, अनियमित दिल की धड़कन
कानों में तेज़
सरदर्द
ठंडे हाथ और पैर
पीली या पीली त्वचा
छाती में दर्द
पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द होना

हीमोग्लोबिन को कैसे बढ़ाए?

हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल कहते है कि थोड़े से उपाय हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने केलिए भी काफी है जैसे:-
आयरन की कमी वाले अनीमिया में चना और गुड़ बेस्ट है।
पेट के कीड़े मारने के लिए एक 400 एमजी को टेबलेट लिखी जाती है, जो कि हर तीन महीने में एक बार खानी होती है।
खाने में फोलिक एसिड को बरकरार रखने के लिए खाना मंदी आंच पर पकाएं।
ड्राई फ्रूट्स जैसे खजूर, बादाम और किशमिश में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है। बादाम और किशमिश को भीगोकर खाना और भी ज्यादा फायदेमंद होता है।
चिकन, मटन और फिश और डेयरी उत्पाद विटामिन बी 12 के अच्छे स्रोत हैं। इनका सेवन विटामिन ब्१२ की कमी को पूरा करने का एक अच्छा उपाय है।
फोलिक एसिड की कमी को दूर करने के लिए खट्टे के रस, फलियां और गढ़वाले अनाज का सेवन करे।

Disclaimer

हम उम्मीद करते है की महिलाओं में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए (Female me hemoglobin kitna hona chahiye, हीमोग्लोबिन क्या है, हीमोग्लोबिन कम होने के क्या लक्षण है, हीमोग्लोबिन की कमी से होती हैं ये समस्याएं, महिलाओं में हीमोग्लोबिन नार्मल रेंज कितनी होनी चाहिए, Female me Hemoglobin kitna hona chahiye, प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए (Pregnancy me hemoglobin kitna hona chahiye), हीमोग्लोबिन की कमी से क्या होता है, महिलाओ में हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाये, विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रहेगी।

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