डायबिटीज यानि शुगर में अंडा खाना चाहिए या नहीं – पुरे विश्व में अंडे बड़े चाव से खाये जाते है और पसंद भी किये जाते है लेकिन जब बात डायबिटीज की आती है तो बहुत से लोग इनसे दूर भागते है। ऐसा क्यों होता है? शुगर में अंडा खाना चाहिए या नहीं? क्या शुगर में अंडा खा सकते है? क्या diabetics अंडे खा सकते हैं? डायबिटीज में अंडा खाने के फायदे, डायबिटीज में अंडा खाने के नुकसान क्या है? आइये जानते है इन सभी सवालों के जवाब।
शुगर में अंडा खाना चाहिए या नहीं?
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन अंडे को मधुमेह वाले लोगों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प मानता है।अंडा प्रोटीन का अच्छा स्रोत्र है और इसमें अनेको पोषक तत्व जैसे पोटेशियम, ल्यूटिन और कोलीन, ओमेगा-3 आदि काफी मात्रा में मौजूद होते है जो हमारे शरीर को अनेको लाभ पहुंचते है लेकिन अंडे की जर्दी यानि इसके पीले वाले हिस्से में काफी मात्रा में कोलेस्ट्रॉल और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है। ऐसे में अंडे के पोषक तत्वों का लाभ उठाने के लिए सिर्फ इसके सफ़ेद वाले हिस्से का सेवन करना काफी फायदेमंद रहता है।
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क्या शुगर में अंडा खा सकते है?। क्या diabetics अंडे खा सकते हैं?
वैसे आप पुरे अंडे का भी सेवन कर सकते है क्योकि एक अंडे में 186 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है जो की एक व्यक्ति के पुरे दिन में खाये जाने वाले कोलेस्ट्रॉल की मात्रा यानि 300 मिलीग्राम से काफी कम होता है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है की डायबिटीज के मरीज के लिए तैयार किया गया अंडा या तो उबला हुआ हो या फिर डायबिटीज के लिए स्वस्थ तेल में ही पकाया गया हो।
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डायबिटीज में अंडा खाने के फायदे
- अंडा प्रोटीन का अच्छा स्रोत्र है। एक पूरे अंडे में लगभग 7 ग्राम प्रोटीन होता है। अंडे में दो तरह के प्रोटीन मौजूद होता है। पहला Avalbumine जो अंडे के सफेद वाले भाग में पाया जाता है, दूसरा vitelline जो अंडे के पीले वाले भाग में पाया जाता है।
- अंडे में पाया जाने वाला पोटेशियम तंत्रिका और मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। पोटेशियम शरीर में सोडियम के स्तर को बनाये रखने के लिए आवश्यक होता है, जिससे आपके हृदय को स्वस्थ रखने में सहायता मिलती है।
- अंडे में ल्यूटिन और कोलीन जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ल्यूटिन आपको बीमारी से बचाता है, और माना जाता है कि कोलीन मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- अंडे की जर्दी में बायोटिन होता है, जो स्वस्थ बालों, त्वचा और नाखूनों के साथ-साथ शरीर में इंसुलिन उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है।
- चरागाहों पर घूमने वाले मुर्गियों के अंडे में ओमेगा-3 की मात्रा अधिक होती है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी वसा है।
- अंडे वजन नियंत्रण में रखने में भी सहायक होते है। एक बड़े अंडे में केवल लगभग 75 कैलोरी और 5 ग्राम वसा होती है – जिनमें से मात्र 1.6 ग्राम संतृप्त वसा (Saturated FAT) होती है। अंडे को आप अपने स्वाद के अनुरूप विभिन्न तरीकों से तैयार कर सकते है।
- अंडे में उच्च प्रोटीन सामग्री एक व्यक्ति को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करा सकती है। यह एक चीज आपको स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद कर सकती है।
- आप प्याज, टमाटर, शिमला मिर्च, पालक, या अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर पहले से ही स्वस्थ भोजन को और भी बेहतर बना सकते हैं।
डायबिटीज में अंडा खाने के नुकसान
डायबिटीज यानि शुगर के मरीज के लिए किसी भी चीज की अधिकता नुकसानदायक हो सकती है और अंडो की तासीर गर्म होती है। ऐसे में २ से अधिक अंडो का सेवन करने से काफी नुकसान पहुंच सकता है जैसे :-
- 2 से अधिक अंडे खाने से शरीर में गर्मी का एहसास होना शुरू हो जाता है और यह मात्रा अगर और भी अधिक हो तो इसका असर नकसीर, मुँह सुखना, जलन आदि के रूप में देखने को मिल सकता है।
- अंडे के पीले भाग में कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में पाई जाती है। 2 अंडो के सेवन से ही डायबिटीज के मरीजों के लिए दिनभर की तय मात्रा से अधिक कार्बोहाइड्रेट मिल जाती है जो शरीर में ब्लड शुगर के बढ़ने का कारण बन सकती है।
- अंडे के पीले भाग में कोलेस्ट्रॉल भी काफी अधिक मात्र में पाई जाती है। जो ह्रदय रोग का कारण बन सकती है।
- अगर आप अंडे की पीले भाग को निकलकर सिर्फ सफ़ेद हिस्सा ही खाते है तो बता दे की अंडे का सफ़ेद हिस्सा अधिक खाने से विटामिन H या विटामिन B की कमी भी हो सकती है जो स्किन प्रॉब्लम, मसल टोन की कमी, मसल पेन, फिट्स, बालों का झड़ना और दूसरी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओ का कारण बन सकती है।
- डायबिटीज के मरीजों को अधिक अंडे खाने से वजन बढ़ने की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।
- अधिक मात्रा में अंडे खाने से उल्टी, पेट संबंधी समस्याएं एवं शरीर के हिस्सों में सूजन और बेचैनी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
- कुछ लोग कच्चा अंडा खाना पसंद करते है लेकिन कच्चे अंडे खाने से साल्मोनेला (salmonela) नामक बीमारी का खतरा पैदा हो सकता है।
अंडे का पीला भाग क्यों नहीं खाना चाहिए?
हाई ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज और हार्ट से जुडी समस्याओं से पीड़ित व्यक्तिओ को अंडे का पीला भाग नहीं खाना चाहिए। अंडे के पीले भाग में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी अधिक होती है जिससे ह्रदय सम्बन्धी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
अंडे के सफेद भाग में क्या क्या पाया जाता है?
अंडे के सफ़ेद भाग में 10% प्रोटीन और 90% पानी होता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल तथा फैट बिल्कुल भी मौजूद नहीं होती । अंडे सफ़ेद भाग में पूरे अंडे की तुलना में बहुत कम कैलोरी पाई जाती है।
अंडे के पीले भाग में कौन सा प्रोटीन होता है?
जो अंडे के पीले वाले भाग में 16 ग्राम vitelline नामक प्रोटीन पाया जाता है।
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References:-