सोंठ वाले दूध के फायदे (Sonth Wala Doodh Peene Ke Fayde) – अदरक से सोंठ बनाने का सरल तरीका और इसके चमत्कारी फायदे! आइए जानते हैं कैसे तैयार करें और लाभ उठाएं। इसके साथ ही सोंठ वाले दूध की रेसिपी और इसके सेवन के सही समय की बातें। क्या आप जानते हैं कि कब इसे पीना चाहिए ताकि आपको मिले उत्कृष्ट लाभ?
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सोंठ क्या होती है? | What Is Dry Ginger in Hindi
अदरक को सुखाकर पीसने पर जो पाउडर हमें प्राप्त होता है उसे सोंठ पाउडर या अदरक का पाउडर भी कहते है। अदरक की तरह ही सोंठ की तासीर भी गर्म होती है। बल्कि यह अदरक से भी ज्यादा गर्म होती है और इसी लिए इसे बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए। सौंठ का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में गर्मी बढ़ जाती है और सीने में जलन, डायरिया, पेट संबंधी रोग होने की अंशका बढ़ जाती है।
सोंठ और अदरक में क्या अंतर है?
खासकर सर्दियों के मौसम में एक गिलास दूध में सोंठ पाउडर या अदरक का पाउडर को मिलाकर सेवन करने से कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में बहुत मदद मिलती है | सोंठ वाले दूध के फायदे (Sonth Milk Benefits) जानकर आप भी हैरान रह जायँगे |
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सोंठ वाले दूध के फायदे | Sonth Wala Doodh Peene Ke Fayde
आइये जानते है सोंठ वाला दूध पीने के कई कमाल के फायदों (सोंठ वाले दूध के फायदे) के बारे में…
सोंठ वाले दूध का रोजाना सेवन करने के स्वास्थ्य लाभ :-
1. सामान्य ठंड में फायदेमंद
सर्दी में ठंड लगने पर सोंठ का प्रयोग करना बहुत ही लाभदायक सिद्ध होता है। इसके इस्तेमाल से ठंड से निजात पाई जा सकती है। ठण्ड लगने पर सौंठ का 3 तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है :-
- सोंठ को चाय में डालकर पीएं |
- सोंठ और गुड़ खाने के फायदे
- सौंठ वाला दूध पिए और ठण्ड से राहत पाए |
सोंठ और गुड़ खाने के फायदे
- सोंठ के साथ गुड़ मिलाकर सेवन करें। ऐसा करने से बहती नाक से आराम मिलता है।
- सोंठ के साथ गुड़ मिलाकर खाने से आपकी अपच की समस्या हो या पेट में गैस की समस्या हो, इन सारी समस्याओं से निजात मिल जाती है।
- गुड़ और सौंठ दोनों ही आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इसे खाने से मोटापा नहीं होता है और जो लोग मोटापे से ग्रस्त है वे अगर इसका प्रयोग करते है तो उनका वेट लोस्स होना शुरू हो जाता है और मोटापे से छुटकारा मिलता है
2. गले की खराश में फायदेमंद
गले में खराश महसूस होने पर सूखी अदरक यानि सौंठ (Dry Ginger Powder) आपके लिए फायदेमंद हो सकता है | सौंठ वाला दूध कुछ दिनों तक लगातार पीने से गले की खराश गायब हो सकती है | सोंठ गले के इंफेक्शन को दूर करने में फायदेमंद मानी जाती है |
3. पाचन क्रिया में फायदेमंद
सौंठ कब्ज को दूर करने के साथ-साथ पाचन क्रिया (Digestive System) को भी दुरुस्त कर सकती है | पाचन क्रिया से जुडी समस्याओ को दूर करने में यह कमाल की औषधि सिद्ध होती है |
खाना खाने के बाद पेट फूलने की समस्या होने पर सोंठ वाले दूध का सेवन करने से आपको फायदा हो सकता है |
4. सौंठ वाला दूध बॉडी डिटॉक्स करने में फायदेमंद
सौंठ वाला दूध पीने से शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है | सोंठ के दूध में अगर शहद मिलाया जाए तो यह और भी ज्यादा पौष्टिक हो जाता है |
मगर शहद के बारे में एक बात जो में हमेशा बताता हु की शहद गर्म करने पर या गरमागरम दूध, पानी या काढ़े में मिलाने पर जहर बन जाता है और फायदे की बजाए नुकसान करता है इसलिए दूध हल्का गर्म यानि गुनगुना रह जाये तभी इसमें शहद मिलाना चाहिए।
5. हिचकी में भी सोंठ वाला दूध है फायदेमंद
लगातार आने वाली हिचकी अगर किसी भी उपाय से ठीक न हो रही हो तो उसे सौंठ के इस्तेमाल से रोक सकते हैं | सौंठ वाला दूध ठंडा करके पीने से वह कुछ ही मिनट में गायब हो सकती है |
6. जोड़ों में दर्द से दिलाए सौंठ वाला दूध
सोंठ जोड़ों के दर्द का इलाज करने के लिए बहुत ही कारगर मानी जाती है | रात में सोने से पहले सौंठ वाला दूध पिया जाए तो कुछ ही दिनों में जोड़ों के दर्द से आराम मिल सकता है | सोंठ को हल्के गर्म पानी के साथ शहद डाल कर पीने से भी आपको गठिया जैसी बीमारी में लाभ मिल सकता है |
अदरक को कैसे सुखाएं? || अदरक से सोंठ बनाने की विधि
अदरक से सौंठ बनाने के लिए धब्बे रहित अदरक को साफ पानी से दो-तीन बार अच्छे तरीके से धो कर उसमे लगी हुई मिट्टी साफ कर लें। फिर चाकू की मदद से अदरक के ऊपरी सतह से पतले छिलको को ध्यान से निकाल लें।
इस छिलके निकली हुई अदरक को पानी में 24 घंटे तक डुबोकर रखें | २४ घंटे के बाद इस अदरक को धूप में १ हफ्ते तक अच्छे से सुखाये और इस दौरान इसे पलटते भी रहे ताकि यह हर तरफ से अच्छे से सूख जाये।
बस सौंठ तैयार है। अगर आप इसे पाउडर के रूप में स्टोर करके रखना चाहते है या इस्तेमाल करना चाहते है तो इसे मिक्सचर में पीस लीजिये | आपका सोंठ पाउडर तैयार है जो अपनी सुगंध और तीखे स्वाद के लिए मशहूर है।
सोंठ वाला दूध बनाने की विधि
सोंठ वाला दूध बनाने के लिए सबसे पहले दूध को गर्म करने के लिए चूल्हे पर रखे और उसमे सोंठ पाउडर और कुछ बादाम को टुकड़े कर के मिलाये और उबाले। उबाल आने के बाद इस दूध मे स्वादानुसार चीनी मिलाये। आपका सौंठ वाला दूध तैयार है।

सोंठ वाला दूध कब पीना चाहिए?
दोस्तों, बचपन से ही हमारी माँ हमें यह दूध सर्दियों के दिनों में रात को सोने से पहले पीने के लिए देती थी। सौंठ की तासीर गर्म होने के कारन सोंठ वाला दूध कब्ज, पेट दर्द, एसिडिटी से तो राहत दिलाता ही है साथ ही यह सर्दी के प्रभाव को भी कम करता है।
सोंठ और अदरक में क्या अंतर है?
अदरक को सुखाकर पीसने पर जो पाउडर हमें प्राप्त होता है, उसे सोंठ पाउडर या अदरक का पाउडर भी कहते हैं। अदरक की तरह ही सोंठ की तासीर भी गर्म होती है, लेकिन इसमें अदरक से ज्यादा गरमी होती है। इसलिए, सौंठ को बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए। सौंठ का अधिक सेवन शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है और ऐसा करने से शीतलता, डायरिया, और पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
सोंठ क्या होती है?
सोंठ, जो अदरक का पाउडर होता है, उसे बनाने के लिए अदरक को सुखाया जाता है और फिर उसे पीसकर पाउडर बनाया जाता है। सोंठ की तासीर अदरक की तुलना में गरम होती है और इसे हल्के मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए।
अदरक को कैसे सुखाएं?
अदरक को सुखाने के लिए, उसे धब्बे रहित साफ पानी से धोकर ऊपरी सतह से पतले छिलकों को निकालें। फिर इसे पानी में 24 घंटे तक डुबोकर रखें और इसके बाद इसे धूप में 1 हफ्ते तक सुखाएं। इसके बाद, इसे पाउडर बनाने के लिए पीस लें और सोंठ तैयार है।
सोंठ वाला दूध बनाने की विधि बताये?
सोंठ वाले दूध बनाने के लिए, दूध को गरम करने के लिए चूल्हे पर रखें और उसमें सोंठ पाउडर और कुछ बादाम को टुकड़े करके मिलाएं, फिर उबालें। उबाल आने के बाद चीनी से स्वाद के अनुसार मिलाएं।
सोंठ वाला दूध कब पीना चाहिए?
सोंठ वाला दूध कब्ज, पेट दर्द, और एसिडिटी से राहत प्रदान करने में सहायक हो सकता है। इसे सर्दियों के दिनों में रात को सोने से पहले पीना चाहिए, जो ठंड लगने पर भी लाभकारी हो सकता है।
सोंठ वाले दूध के फायदे बताये?
सोंठ वाले दूध का रोजाना सेवन करने से ठंड लगने पर लाभ हो सकता है और इसे कब्ज, पेट दर्द, और एसिडिटी से राहत प्रदान कर सकता है। इसका सेवन बॉडी को डिटॉक्स करने में भी मदद कर सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है | यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता | ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें | healthcareinhindi.com इस जानकारी की प्रमाणिकता की जिम्मेदारी नहीं लेता |
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