टाइप 1 मधुमेह होने के कारण ( Type 1 Diabetes Hone Ke Karan ) – टाइप १ मधुमेह (Type 1 Diabetes in Hindi) एक ऐसी स्तिथि है जिसमे शरीर में इन्सुलिन बनाने वाली वाली पैंक्रियाज की बीटा कोशिकाएं ही खत्म हो जाती है जिससे शरीर में इन्सुलिन की कमी हो जाती है और व्यक्ति मधुमेह का शिकार हो जाता है। इससे पीड़ित व्यक्ति के शरीर में इन्सुलिन बनता ही नहीं है या बहुत कम बनता है इसलिए इन्सुलिन की कमी को पूरा करने के लिए उसे जिंदगी भर टेबलेट्स या इंजेक्शन के रूप में इन्सुलिन लेना पड़ता है।
व्यक्ति टाइप 1 मधुमेह (Type 1 Diabetes in Hindi) की बीमारी का शिकार क्यों होता है, टाइप १ डायबिटीज होने के क्या कारण है (Type 1 Diabetes Hone ke Karan), इन बातों की जानकारी हम इस लेख में देने जा रहे है।
टाइप 1 मधुमेह होने के कारण | Typ 1 Diabetes hone Ke Karan
टाइप 1 मधुमेह होने के मुख्य कारण:-
- वायरल सक्रमण – कुछ वायरल संक्रमण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बीमारी से लड़ने की बजाय शरीर के खिलाफ ही मोड़ देते है जिससे ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया पैदा होती है और प्रतिरक्षा प्रणाली इन्सुलिन बनाने वाली बीटा कोशिकाओं को नष्ट करना शुरू कर देती है जिससे शरीर में इन्सुलिन का उत्पादन बंद हो जाता है और टाइप १ मधुमेह की शुरुआत होती है। माना जाता है कि टाइप 1 को ट्रिगर करने वाले वायरस में शामिल हैं: जर्मन खसरा, कॉक्ससेकी और mumps।
- नस्ल/जातीयता – कुछ मानव जातियों में टाइप 1 मधुमेह (Type 1 Diabetes) होने का खतरा अधिक होता है। उदाहरण के तोर पर संयुक्त राज्य अमेरिका में, अफ्रीकी-अमेरिकियों और हिस्पैनिक-अमेरिकियों की तुलना में कोकेशियान जाती के लोगो में टाइप 1 मधुमेह के प्रति अधिक संवेदनशील पाई जाती हैं और उनमे यह समस्या अधिक होती है।
- भूगोल – ऐसा लगता है कि जो लोग उत्तरी जलवायु की ठंडी हवाओ में रहते हैं उनमें टाइप 1 मधुमेह (Type 1 Diabetes) होने का खतरा अधिक होता है। इसके विपरीत, जो लोग दक्षिणी जलवायु में रहते हैं उनमें टाइप 1 होने की संभावना कम होती है और इसी तर्ज पर, शोधकर्ताओं ने यह पाया कि उत्तरी देशों में सर्दियों में टाइप १ डायबिटीज के अधिक मामले सामने आये वहीँ गर्मियों में इनकी दर कम हो जाती है।
- पारिवारिक इतिहास (अनुवांशिक कारण)- टाइप १ मधुमेह (Type 1 Diabetes) का सबसे अधिक प्रचलित कारण है। इसके अनुसार यदि परिवार के किसी एक सदस्य को टाइप 1 मधुमेह है (या किसी बड़े बजुर्ग को था) तो आपको टाइप १ मधुमेह होने की सम्भावना बहुत अधिक है। यदि माता-पिता दोनों को टाइप 1 मधुमेह है या था, तो उनके बच्चे में टाइप 1 मधुमेह विकसित होने की संभावना सिर्फ एक माता या पिता को मधुमेह होने की तुलना में अधिक है। शोधकर्ताओं ने देखा है कि पिता को टाइप 1 मधुमेह होने पर बच्चे में भी इसके विकसित होने का खतरा थोड़ा अधिक है, इसकी माँ या भाई-बहन को टाइप 1 मधुमेह होने की तुलना में।
- प्रारंभिक आहार – शोधकर्ताओं ने पाया की उन बच्चों में टाइप 1 मधुमेह की सम्भावना थोड़ा अधिक रहती है जिन्होंने समय से पहले माँ का दूध पीना छोड़ दिया और ऊपर का दूध पीना शुरू कर दिया ।
- अन्य ऑटोइम्यून स्थितियां – जैसा कि ऊपर बताया गया है, टाइप 1 मधुमेह एक ऑटोइम्यून स्थिति है क्योंकि यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वयं के विरुद्ध करने का कारण बनती है। ऑटोइम्यून स्थितियां में शामिल हैं – ग्रेव्स डिजीज, मल्टीपल स्केलेरोसिस और पर्निशियस एनीमिया।
- अग्न्याशय को चोट लग्न या शरीर से निकाल देना – ऐसा बहुत ही कम होता है लेकिन टाइप 1 मधुमेह अग्न्याशय को चोट लगने से भी शुरू हो सकता है। या फिर शरीर में किसी बीमारी के चलते अग्न्याशय को शल्य चिकित्सा द्वारा हटा दिया जाता है, तो शरीर इंसुलिन का उत्पादन करने की क्षमता भी खो देता है, जो तब टाइप १ मधुमेह का कारण बनता है।
- उम्र – बहुत से लोग सोचते है की टाइप १ मधुमेह की समस्या सिर्फ अधिक उम्र वाले लोगो को ही होती है लेकिन यह बिलकुल सही नहीं है। टाइप १ डायबिटीज की समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति या बच्चे को हो सकती है।
Centers for Disease Control and Prevention के अनुसार अभी तक कोई नहीं जानता की टाइप 1 डायबिटीज की बीमारी को कैसे रोका जाये या ठीक किया जाये।
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Reference:-