गुर्दे की पथरी (किडनी स्टोन इन हिंदी) – गुर्दे की पथरी यानि किडनी स्टोन आजकल एक आम समस्या बनती जा रही है। इस रोग के कारण व्यक्ति को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। तो आइये जानते है किडनी स्टोन यानि गुर्दे की पथरी के लक्षण, इसके कारण, 10 घरेलु उपाय यानि 10 प्रमुख औषधि और बचाव के कुछ तरीके।
गुर्दे की पथरी | किडनी स्टोन इन हिंदी
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी हमारे यूरीन सिस्टम की ऐसी बीमारी है जिसमे किडनी के अंदर खनिजों और लवणों के जमा होने से छोटे-छोटे पत्थर बन जाते हैं | किडनी में एक समय में एक या एक से ज्यादा पथरिया भी हो सकती है | जिन पथरियों का आकर छोटा होता है उन्हें बिना किसी तकलीफ के शरीर मूत्रमार्ग से बाहर निकाल देता है, परन्तु बड़ी पथरिया जिनका आकर 2-3 मिमी या उससे बड़ा होता है वे मूत्र पथ (urinary tract) के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है – आपके गुर्दे से लेकर मूत्राशय तक | इस स्थिति में मूत्रांगो एवं कमर और पेट के आसपास तेज दर्द या बार बार उल्टी आने जैसी दिक्कतें होने लगती हैं जिसे “रीनल कोलिक” कहा जाता है।
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Table of Contents
- गुर्दे की पथरी | किडनी स्टोन इन हिंदी
- क्या हैं गुर्दे में पथरी होने के कारण | किडनी स्टोन होने के कारण
- गुर्दे की पथरी के लक्षण | गुर्दे में पथरी के लक्षण | किडनी स्टोन के लक्षण
- गुर्दे में पथरी या किडनी स्टोन से बचाव के कुछ उपाय
- गुर्दे की पथरी के लिए 10 प्रमुख औषधि | किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी दूर करने के 10 उपाय
- किडनी में स्टोन हो तो क्या नहीं खाना चाहिए? | गुर्दे की पथरी में परहेज
- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब
क्या हैं गुर्दे में पथरी होने के कारण | किडनी स्टोन होने के कारण
किडनी में स्टोन बनने के अनेको कारण हो सकते है जैसे :-
- पानी कम पीना
- शरीर के वेग यानि मूत्र रोकना
- गलत लाइफस्टाइल
- अधिक मात्रा में नमक का सेवन करना
- यूरिक एसिड बढ़ना
- पाचन तंत्र से जुड़ी दिक्कतें
- साथ ही दोस्तों आपको यह भी बता दे की अगर आपके परिवार में पहले से किसी को पथरी है तो आपको भी पथरी होने की बहुत अधिक सम्भावना ( chances ) है।
इनमे से किसी भी कारण से जब मूत्र गाढ़ा हो जाता है तो किडनी में पथरी बनने लगती है जो शुरुआत में छोटे-छोटे दानो के रूप में होती है जो धीरे-2 बड़े होते जाते है और बाद में पथरी में तब्दील हो जाते है। जो मूत्रवाहिनी को ब्लॉक करती है।
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गुर्दे की पथरी के लक्षण | गुर्दे में पथरी के लक्षण | किडनी स्टोन के लक्षण
आमतौर पर जब तक गुर्दे की पथरी एक जगह पर स्थिर रहती है तब तक उसके होने का पता ही नहीं चलता मतलब उसके होने का एक भी लक्षण सामने नहीं आता।
पथरी होने के लक्षण कब सामने आते है?
किडनी में पथरी होना का तभी पता चलता है जब उस पथरी का आकर (size ) 2-3 मिली मीटर से बड़ा हो और जब पथरी अपनी जगह से हिलकर शरीर से बाहर निकलने के लिए मूत्रवाहिनी (Ureter) यानी किडनी से मूत्राशय को जोड़ने वाली नली की ओर जाती है और आकर बड़ा होने के कारण नली में फस जाती है और अवरोध उत्पन्न करती है |
जिस कारण किडनी में पथरी होने के लक्षण सामने आने शुरू हो जाते है जो आगे बताये गए है।
- पीठ के निचले हिस्से में अथवा पेट के निचले भाग में अचानक तेज दर्द
- दर्दो के साथ जी मिचलाने तथा उल्टी होने की शिकायत भीहो सकती है।
- रुक रुक कर पेशाब आना
- पेशाब आने के साथ-साथ दर्द होना
- मूत्र में रक्त भी आ सकता है।
गुर्दे की पथरी के ज्यादातर रोगी ऐसे भयंकर दर्द की शिकायत करते हैं जो पीठ से पेट की तरफ आता हुआ महसूस होता है । यह दर्द बार-बार उठता है और कुछ मिनटो से लेकर कई घंटो तक बना रह सकता है इसे ”रीलन क्रोनिन” कहते हैं।
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गुर्दे में पथरी या किडनी स्टोन से बचाव के कुछ उपाय
दोस्तों, एक बात बतानी में बहुत ही आवश्यक समझता हु की अगर किसी व्यक्ति को एक बार पथरी की बीमारी हो गई तो तो इलाज करने के बावजूद उसे दोबारा कभी भी यह परेशानी हो सकती है और उसे दुबारा पथरी न हो इसलिए इसके लिए आगे बताई गई बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
- पर्याप्त जल पीयें दिन में तक़रीबन २-३ लीटर पानी जरूर पिए । ध्यान दे अगर आपके पेशाब का रंग पीला है या सफ़ेद नहीं है तो इसका मतलब आप जरूरत से कम पानी पी रहे हैं।
- कैल्शियम आक्सलेट,फास्फेट या कार्बोनेट से मिलकर पथरी का निर्माण करते है | इसलिए अगर आपको पथरी की शिकायत है तो ऐसे पदार्थ न ले जिनमें आक्सलेट,फास्फेट या कार्बोनेट की मात्रा अधिक हो |
- कोका कोला एवं इसी तरह के कोल्ड ड्रिंक्स से बचें।
- नारंगी आदि का रस (जूस) लेने से पथरी का खतरा कम होता है।
- पेशाब न रोके
गुर्दे की पथरी के लिए 10 प्रमुख औषधि | किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी दूर करने के 10 उपाय
1. कुल्थी की दाल से पथरी का इलाज
पथरी को जड़ से खत्म के लिए कुलथी की दाल का पानी या सुप बना कर पीना चाहिए और साथ में कुल्थी की दाल भी खानी चाहिए ।
कुलथी की दाल को नियमित खाने से पथरी धीरे धीरे गल जाती है और पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाती है।
पथरी खत्म हो जाने के बाद हफ्ते में एक बार इसका सेवन करने से दोबारा पथरी होने की सम्भावना भी खत्म हो जाती है। यह मेरा खुद का आजमाया हुआ नुस्खा है |
2. पत्थरचट्टा का पौधा से पथरी का इलाज
पत्थरचट्टा औषधीय गुणों वाला सदाबहार पौधा है जो भारत में खूब होता है। इसका उपयोग किडनी में पथरी की समस्या को दूर करने के लिए सबसे ज्यादा कारगर माना जाता है।
इसके लिए पत्थरचट्टा के पौधे का एक पत्ता लें और उसे मिश्री के कुछ दानों के साथ कूटकर या पीसकर खा लें। आयुर्वेद के अनुसार, यह प्रोस्टेट ग्लैंड और किडनी स्टोन की समस्या से को दूर करने में काफी मदद करता है।
3. नीरी KFT सिरप or tablets से पथरी का इलाज
नीरी KFT सिरप एक हर्बल आयुर्वेदिक औषधि हैं। जो की आधिकतर किडनी की समस्याओं जैसे किडनी की पथरी, पथरी के कारण हुए पेट दर्द, कमर दर्द और छाती के दर्द में आराम पहुंचाकर किडनी की पथरी को जड़ से खत्म करती हैं।
इसके लिए सिरप Neeri दो-दो चम्मच दिन में दो बार बड़े गिलास पानी में मिलाकर ले |
4. तुलसी से पथरी का इलाज
किडनी स्टोन दूर करने के लिए तुलसी का इस्तेमाल करना काफी प्रचलित घरेलू उपाय है | तुलसी में Vitamin B, एसिटिक एसिड एवं अन्य जरूरी तेल होते है जो पथरी को तोड़कर पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकालते है | साथ ही यह दर्द निवारक की तरह भी काम करती है। तुलसी का इस्तेमाल करने के 2 तरिके है :-
- प्रतिदिन 5 से 7 तुलसी के पत्तों को चबा-चबा कर खाएँ।
- तुलसी की पत्तियों को एक कप पानी में उबाल ले | गुनगुना होने पर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिए, जल्द ही राहत मिलेगी |
5. छाछ से पथरी का इलाज
छाछ पथरी के आकार को कम करने में मदद करती है और पथरी छोटी होने पर बिना किसी परेशानी की मूत्र के जरिये शरीर से बाहर निकल जाती है | इसके लिए रोजाना एक गिलास छाछ पीने से काफी फायदा मिल सकता है |
6. पानी
दिन भर में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पिए और पेशाब तो बिलकुल भी न रोके | इससे किडनी में जमा होने वाले कैल्शियम और यूरिक एसिड की मात्रा कम करने में और पथरी की प्रॉब्लम दूर करने में मदद मिलेगी |
7. केले से पथरी का इलाज
केले में विटामिन बी6, magnesium और potassium पाया जाता है जो पथरी बनने से रोकता है | गुर्दे की पथरी को मिटाने के लिए प्रतिदिन 150-200 मिलीग्राम Vitamin B6 की आवश्यकता होती है |
इसके लिए रोजाना तीन से चार केले खाने या बनाना शेक पीने से केले से पथरी का इलाज करने में सहायता मिलती है |
8. अजवाइन से पथरी का इलाज
अजवाइन मे ऐसे तत्व पाए जाते है जिनके सेवन से से पथरी कभी नही होती और अगर आपके Kidney Stone है तो अजवाइन उस पथरी को तोडकर पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देती है |
इसके लिए एक गिलास पानी में जरा सी अजवाइन डालकर उबालें पानी आधा रह जाए तो छानकर पीएं किडनी स्टोन से राहत मिलेगी |
9. मिश्री, सौंफ और सूखा धनिया से पथरी का इलाज
दो गिलास पानी में आधा आधा कप मिश्री, सौंफ और सूखा धनिया रात भर भिगो कर रख दें | सुबह इसे छानकर पी लें, काफी आराम मिलेगा |
10. प्याज से पथरी का इलाज
कई डॉक्टर व वैज्ञानिकों ने शोध कर के साबित किया है की गुर्दे की पथरी मे प्याज बहूत फायदेमंद होता है | प्याज पथरी के टुकडे कर के उसे निकालने मे मददगार है भविष्य मे पथरी होने से बचने के लिए भी प्याज का सेवन किया जा सकता हैं।
प्याज में पोटेशियम विटामिन भी पाया जाता है जो पथरी से राहत दिलाते हैं | प्याज में शक्कर मिलाकर पीने से काफी फायदा मिलता है |
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किडनी में स्टोन हो तो क्या नहीं खाना चाहिए? | गुर्दे की पथरी में परहेज
ऑक्सलेट एक ऐसा पदार्थ है जो कैल्शियम के साथ मिलकर पथरी का निर्माण करता है इसलिए खाने की वह चीजे जिनमे ऑक्सलेट होता है, पथरी की समस्या होने पर इनको नहीं खाना चाहिए ।
ये पदार्थ हैं-
- टमाटर,
- पालक,
- चौलाई,
- अंगूर (काले),
- आंवला,
- सोयाबीन,
- सोया मिल्क,
- चीकू ,
- काजू,
- चॉकलेट,
- कद्दू,
- सूखे बींस,
- कच्चा चावल,
- उड़द और चने,
- नट्स (बादाम, अखरोट, काजू, मूंगफली आदि)।
इसके अलावा :-
- मांस,
- मछली,
- तला हुआ फ़ूड,
- फ्राई फ़ूड,
- जंक फ़ूड,
- चिप्स चाकलेट,
- चाय और
किडनी स्टोन में कौन से फल नहीं खाने चाहिए
फलों में :-
- स्ट्राबेरी,
- आडू,
- बेर,
- अंजीर,
- रसभरी तथा
- किशमिश, मुनक्का जैसे ड्राई फूट का सेवन नहीं करना चाहिए |
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब
किडनी में स्टोन क्यों होता है?
किडनी में पथरी या किडनी स्टोन हमारे यूरीन सिस्टम की ऐसी बीमारी है जिसमे किडनी के अंदर खनिजों और लवणों के जमा होने से छोटे-छोटे पत्थर बन जाते हैं | किडनी में पथरी या किडनी स्टोन होने के 7 कारणों के बारे में जानकारी आपको इस लेख में मिल जायगी
किडनी स्टोन कैसे बनता है?
किसी भी कारण से जब मूत्र गाढ़ा हो जाता है तो किडनी में पथरी बनने लगती है जो शुरुआत में छोटे-छोटे दानो के रूप में होती है जो धीरे-2 बड़े होते जाते है और बाद में पथरी में तब्दील हो जाते है। जो मूत्रवाहिनी को ब्लॉक करती है।
क्या है किडनी स्टोन के लक्षण?
पीठ के निचले हिस्से में अथवा पेट के निचले भाग में अचानक तेज दर्द
दर्दो के साथ जी मिचलाने तथा उल्टी होने की शिकायत भीहो सकती है।
रुक रुक कर पेशाब आना
पेशाब आने के साथ-साथ दर्द होना
मूत्र में रक्त भी आ सकता है।
गुर्दे की पथरी के ज्यादातर रोगी ऐसे भयंकर दर्द की शिकायत करते हैं जो पीठ से पेट की तरफ आता हुआ महसूस होता है । यह दर्द बार-बार उठता है और कुछ मिनटो से लेकर कई घंटो तक बना रह सकता है इसे ”रीलन क्रोनिन” कहते हैं।
किडनी स्टोन को कैसे बाहर निकाले?
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी दूर करने के 10 उपाय
कुल्थी की दाल
पत्थरचट्टा का पौधा
नीरी KFT सिरप or tablets
तुलसी
छाछ
पानी
केले का सेवन
अजवाइन का घरेलू उपाय
मिश्री सौंफ और सूखा धनिया
प्याज
पूरी जानकारी आपको इस लेख में मिल जायगी |
किडनी स्टोन क्या है?
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी हमारे यूरीन सिस्टम की ऐसी बीमारी है जिसमे किडनी के अंदर खनिजों और लवणों के जमा होने से छोटे-छोटे पत्थर बन जाते हैं जो मूत्र पथ (urinary tract) के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है – आपके गुर्दे से लेकर मूत्राशय तक |
कितने mm की पथरी निकल जाती है?
जिन पथरियों का आकर 2-3 mm से छोटा होता है उन्हें बिना किसी तकलीफ के शरीर मूत्रमार्ग से बाहर निकाल देता है |
क्या किडनी में पथरी ठीक हो सकती है?
जी हाँ, अनेको ऐसे घरेलु उपाय है जिन्हे अपनाकर आप किडनी में पथरी की समस्या को घर पर ही ठीक कर सकते है।
किडनी स्टोन ठीक होने में कितना समय लगता है?
सही तरीके से इलाज किया जाये तो किडनी स्टोन ठीक होने में 2 से 3 सप्ताह का समय लग सकता है। किडनी में मौजूद छोटा स्टोन गलने में कम समय लेगा जबकि बढ़ा स्टोन अधिक समय लेगा।
किडनी स्टोन में कौन से फल नहीं खाने चाहिए?
स्ट्राबेरी, आडू, बेर, अंजीर, रसभरी तथा किशमिश, मुनक्का जैसे ड्राई फूट का सेवन नहीं करना चाहिए |
किडनी स्टोन ठीक करने की टेबलेट कौन सी है?
किडनी स्टोन ठीक करने के लिए आप हिमालय की CYSTONE टेबलेट्स का सेवन कर सकते है।
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