मुली खाने के फायदे, मूली के पत्तों के फायदे, मुली के फायदे, Muli ke Fayde in Hindi , muli khane ke fayde in hindi, muli me konsa vitamin hota hai, मूली में कौन सा विटामिन होता है?, मूली में पाए जाने वाले पोषक तत्व, मूली के नुकसान क्या है आदि की जानकारी आपको इस लेख में देने जा रहे है।
मूली अगर अकेले खाई जाये तो यह पचने में भारी होती है लेकिन अगर इसे खाने के साथ खाया जाये तो यह अनेक रोगो को दूर करने वाली चमत्कारी औषधि बन जाती है जो जठराग्नि का मंद होना, खाने में अरुचि, पुरानी कब्ज, बवासीर, अफारा, पेशाब के रोग, किडनी और पित्त की थैली की पथरी, हिचकी, सूजन आदि रोगों में फायदेमंद होती है |
मूली के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहे।
मुली खाने के फायदे || मूली व मूली के पत्तों के फायदे
मूर्ति अत्यंत प्रसिद्ध सब्जी है और भारत में सभी जगह पर होती है | मूली का उपयोग प्राचीन काल से होता रहा है | मूली विशेषकर सदियों की ऋतु में होती है | कुछ स्थानों में यह सभी ऋतुओं में उपलब्ध होती है | मूली कच्ची खाई जाती है | मूली के पत्तों का साग भी बनता है | सुकोमल मूली का आचार और रायता बनता है |
मूली में कौन सा विटामिन होता है? | Muli me konsa vitamin hota hai ?
वैज्ञानिकों के अनुसार मूली में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन होते हैं | इसमें विटामिन ‘ए’, विटामिन ‘सी’, पोटेशियम और सूक्ष्म मात्रा में तांबा भी होता है |
मूली में पाए जाने वाले पोषक तत्व
कच्ची मूली | 1/2 कप कटी हुई |
केलोरीज़ | 12 calories |
प्रोटीन | 0.35 g |
कार्बोहायड्रेट | 2.0 g |
डाइटरी फाइबर | 1 g |
पोटेशियम | 134.56 mg |
फोलेट | 15.66 mcg |
मुली खाने के फायदे | मूली के पत्तों के फायदे
- पाचन क्रिया से सम्बंधित बीमारिया, बवासीर और पथरी आदि रोगो में बहुत ही लाभदायक है मूली |
- भोजन के मध्य में कच्ची मूली खाने से खाने में रूचि बढ़ती है |
- कोमल मूली का कचूमर भोजन के साथ खाने से जठराग्नि तेज होती है |
- मूली में ज्वर नाशक गुण होते हैं |
- शीतकाल में मूली दीपन, पाचन और पोषण करने वाली है |
- मूली के पत्ते अधिक मात्रा में खाने से पेशाब और दस्त साफ आते हैं |
- बवासीर के रोगी को मूली के पत्ते तथा इसका रस देने से फायदा होता है |
- मूली की अपेक्षा उसके पत्तों के रस में ज्यादा गुण होते हैं |
पित्त की पथरी की पूरी जानकारी || पित्त की पथरी के लक्षण, क्या खाये क्या नहीं ||घरेलू आयुर्वेदिक इलाज
मूली के पत्ते पाचन में हल्के रुचि उत्पन्न करने वाले और गरम होते हैं | परंतु घी में इनकी सब्जी बनाकर खाने से ये गुणकारी हो जाते हैं |
मुली के फायदे | Muli ke Fayde in Hindi | मूली किन-२ रोगो में है फायदेमंद
- मूली के पत्तों का रस मूत्रल, सारक एवं पथरी और रक्त पित्त का नाश करता है |
- कोमल मूली में शक्कर मिलाकर खाने से अथवा इसके पत्तों के रस में शक्कर मिलाकर पीने से अम्लपित्त मिटता है |
- मूली के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से भोजन के बाद पेट में होने वाला दर्द या गैस मिटती है |
- कोमल मूली के काढ़े में पीपल का चूर्ण मिलाकर पीने से अग्नि प्रदीप्त होता है एव अपचजन्य उल्टी या दस्त बंद होते हैं |
- मूली के पत्तों का 25 से 50 ग्राम रस पिलाने से सूजन जल्दी उतर जाती है |
- मूली और मूली के पत्तों को सरसों के तेल में भूनकर भुर्जी बना लें | इसे खाने से जिगर और गुर्दे के सभी रोग ठीक हो जाते हैं |
- मूली के टुकडे और बराबर मात्रा में जिमीकंद के टुकड़े कांजी में डालकर 1 सप्ताह रखें | फिर इनको खाने से बवासीर ठीक हो जाती है |
- एक कप मूली के रस में एक चम्मच अदरक और नींबू का रस डालकर पीने से अरुचि भूख में कमी पेट फूलना कब्ज और पेट की बीमारियां ठीक हो जाती है |
- खाली पेट मूली खाने से छाती में दाह होता है और पित्त उत्तेजित होता है | शरद ऋतु में भी मूली का सेवन हितावह नहीं है |
Ginger in Hindi || अदरक के फायदे और नुकसान
मूली के नुकसान क्या है ? (What are the Side-Effects of Radish in Hindi)
मूली खाने के फायदे की जानकारी लेने के बाद आइये जानते है मूली के नुक़्सानो के बारे में।
- सुबह खाली पेट मूली का सेवन करने से पेट दर्द और पाचन सम्बन्धी समस्याएं हो सकती है क्योकि मूली अकेले खाने पर पचने में भारी हो जाती है।
- मूली का अत्यधिक सेवन करने से से भी पेट में दर्द और पाचन सम्बन्धी समस्याएं हो सकती है।
- दूध और मूली का सेवन एक साथ ये एकदूसरे के बाद कभी भी नहीं करना चाहिए। ये दोनों विरुद्ध आहार है। इनके एकसाथ सेवन से स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं हो सकती है।
- मछली के साथ मूली का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
- मूली का सेवन सिमित मात्रा में करना चाहिए नहीं तो भूख में कमी, गले में दर्द, ऐंठन आदि की समस्या पैदा हो सकती है।
- गर्भवती महिला को मूली के सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
FAQ
Q. मूली कब खाना चाहिए ?
Ans. इस बारे में डिटेल से जानने के लिए हमारी एक अन्य पोस्ट पर जाये जिसका लिंक नीचे दिया गया है
मूली खाने का सही समय कौन सा होता है ?
https://www.youtube.com/embed/HIyT8Ec0DHo
Our YouTube Channel is -> A & N Health Care in Hindi
https://www.youtube.com/channel/UCeLxNLa5_FnnMlpqZVIgnQA/videos
Join Our Facebook Group :- Ayurveda & Natural Health Care in Hindi —-
https://www.facebook.com/groups/1605667679726823/
Join our Google + Community :- Ayurveda and Natural Health Care —
https://plus.google.com/u/0/communities/118013016219723222428
मूली खाने से कौन सा फायदा होता है?
मूली अगर अकेले खाई जाये तो यह पचने में भारी होती है लेकिन अगर इसे खाने के साथ खाया जाये तो यह अनेक रोगो को दूर करने वाली चमत्कारी औषधि बन जाती है जो जठराग्नि का मंद होना, खाने में अरुचि, पुरानी कब्ज, बवासीर, अफारा, पेशाब के रोग, किडनी और पित्त की थैली की पथरी, हिचकी, सूजन आदि रोगों में फायदेमंद होती है |
मूली के पत्ते खाने से क्या फायदे होते हैं?
मूली की अपेक्षा उसके पत्तों के रस में ज्यादा गुण होते हैं |मूली के पत्ते अधिक मात्रा में खाने से पेशाब और दस्त साफ आते हैं | बवासीर के रोगी को मूली के पत्ते तथा इसका रस देने से फायदा होता है |
Specially For You:-
शुगर में कौन कौन सी सब्जी खानी चाहिए
शुगर में भिंडी के फायदे
खीरे का जूस के फायदे
हरी सब्जी खाने के फायदे
जानिए शुगर में खीरा खा सकते हैं
क्या डायबिटीज यानि शुगर में आलू खा सकते हैं?
पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय
अनार के फायदे और विभिन्न रोगो में प्रयोग की विधि की जानकारी
आम || Aam ke fayde || Uses and Benefits of Mango in Hindi
लहसुन के फायदे, विभिन्न रोगों में उपयोग की विधि | Uses and Health Benefits of Garlic in Hindi