चुकंदर || Uses and Benefits of Chukander or Beetroot in Hindi

चुकंदर क्या है ? || What is Beetroot in Hindi

चुकुन्दर अत्यंत उपयोगी, रस से भरी, मीठे जड़ की सब्जी है। इसमें से लाल, गुलाबी रंग का रस निकलता है। साल भर मिलने वाला चुकंदर का उपयोग अधिकतर सलाद के रूप में किया जाता है।

यह खाने में मीठा और कसैला होता है। इसके गूदे का रंग सुर्ख होता है। इसकी कुछ किस्मे बहुत सुर्ख और कुछ किस्मे कम सुर्ख होती है। जो लोग इसके लाभ जानते हैं वह इसका भरपूर सेवन करते है। शलगम की तरह चुकंदर भी एक मशहूर सब्जी है ।

अन्य भाषाओं में चुकन्दर के नाम

इसे हिंदी में चुकंदर, अरबी में सलक, सिंधी में सोरन, फ़ारसी में चुकंदर, स्पेनिश में ला रेमोलाचा (la remolacha), चीनी भाषा में हांग कै टू (Hong cai tou) और अंग्रेजी में बीट रूट (Beetroot) कहते हैं।

आयुर्वेद के अनुसार चुकंदर मधुर, रक्तवर्धक, पुष्टिकर, विरेचक तथा मानसिक विकार खत्म करने वाला होता है। सफेद की बजाय लाल चुकंदर ज्यादा गुणकारी होता है। लाल चुकंदर कब्ज, आंतों की सूजन, जिगर के रोग, मुंहासे और मासिक धर्म की बीमारियों में फायदा करता है। चुकंदर में ‘बिटिन’ नामक तत्व पाया जाता है जो शरीर में कैंसर ट्यूमर बनने की संभावनाओं को खत्म करता है। शरीर में रोगों से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करता है।

चुकंदर की तासीर

चुकंदर की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसका सेवन गर्मियों में करना फायदेमंद रहता है। अगर आपको चुकंदर से एलर्जी नहीं है तो इसके नियमित सेवन से आपके शरीर में कभी भी खून की कमी नहीं होगी।

चुकंदर में रोग निवारक औषधीय गुण भी मौजूद है। इसके सेवन से पित्ताशय, गुर्दे और मूत्राशय की सफाई होती है। यह रक्तवर्धक और शक्ति दायक भी है। यह बलगम को खुश्क करता है। इसका इस्तेमाल दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद है। यह दिमाग की थकान दूर करके, तरोताजा कर देता है। मर्दाना ताकत के लिए यह जबरदस्त टॉनिक है। यह वरम और गैस को भी दूर करता है।

दूध पिलाने वाली मां के लिए भी चुकंदर लाभदायक होता है। इसके सेवन से माँ के दूध मैं वृद्धि होती है। इसको खाने से जिस्मको ताकत मिलती है, हाजमा ठीक होता है और जिगर का काम बढ़िया हो जाता है। तिल्ली और सिरदर्द में चुकंदर बहुत फायदेमंद है। यह कब्ज को भी दूर करता है।

चुकंदर में पाये जाने वाले पोषक तत्व || Nutritional Value of Chukander or Beetroot in Hindi

चुकंदर में आद्रता 87.7 प्रतिशत, कार्बोहाइड्रेट 8.8 प्रतिशत, प्रोटीन 1.7 प्रतिशत, वसा 0.1 प्रतिशत, खनिज 0.8% और रेशा 0.9 प्रतिशत पाया जाता है | साथ में लोह तत्व 1 मिलीग्राम, कैल्शियम 18 मिलीग्राम तथा फास्फोरस 55 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम चुकंदर में पाया जाता है | इसमें विटामिन ‘बी’, विटामिन ‘सी’, विटामिन ‘डी’ भी प्रचुर मात्रा में मिलते हैं।

चुकंदर के फायदे || Benefits of Chukandar or Beetroot in Hindi

गहरे लाल रंग का चुकंदर स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ाने से लेकर कब्ज, गैस और बवासीर जैसी बिमारिओ को दूर करने में चुकंदर के फायदे इतने है जिन्हे आप जानकर हैरान रह जायँगे। चुकंदर के इन्ही गुणों के कारण इसे सलाद के रूप में खाना एक फायदे का सौदा है। तो आइये आपको बताते है कि चुकंदर या बीटरूट किन-किन बीमारियों में फायदेमंद होता है।

Benefits of Chukandar or Beetroot in Hindi
Benefits of Chukandar or Beetroot in Hindi

एनीमिया यांनी खून की कमी को दूर करने में चुकंदर के फायदे || Anemia : Benefit of Chukander or Beetroot in Hindi

चुकंदर एनीमिया यानि खून की कमी को दूर करने का एक सबसे अच्छा उपाय है। इसमें मौजूद विटामिन और खनिज पदार्थ शरीर में आयरन और फोलिक एसिड की कमी को दूर कर, हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ा कर शरीर में खून की कमी को दूर करते है। रक्ताल्पता में चुकंदर के इस्तेमाल की विधि की जानकारी आगे दी गई है।

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सिरदर्द में चुकन्दर के फायदे || Beetroot Leaves Benefits

सर में दर्द कभी भी किसी को भी हो सकता है क्योकि सिरदर्द होने का कोई एक कारण नहीं होता । सिरदर्द होने पर चुकंदर का इस्तेमाल (chukandar ke fayde) करने से लाभ मिलता है। चुकन्दर के रस की 1 से 2 बुँदे नाक के नुथनो में डालने से आधा सीसी में जो दर्द होता है उससे राहत मिलती है।

गंजेपन में चुकंदर के फायदे || Beetroot benefits in Hair loss or Baldness in Hindi

गंजेपन यानि बालों के झड़ने की समस्या आजकल आम है। बालों के झड़ने की समस्या के साथ-२ बालों में रुसी की समस्या को दूर करने में भी चुकंदर फायदेमंद होता है। चुकन्दर के पत्ते और चुकंदर के रस का इस्तेमाल करके आप इन समस्याओ से निजात पा सकते है। बालों की समस्याओ में चुकंदर का किस रह से इस्तेमाल करना है इसकी जानकारी आगे इस लेख में दी है।

कान दर्द में चुकन्दर के फायदे ।। Ear Pain : Benefits of Chukander or Beetroot in Hindi

कान में दर्द होने के कई कारण हो सकते है जैसे ठंड लगने पर , कान में पानी जाने पर, दांत में दर्द होने पर या किसी दूसरे बीमारी के लक्षण के कारण कान में दर्द होता है। चुकंदर के पत्ते का रस कान दर्द को दूर करने में फायदेमंद होता है। इसके इस्तेमाल की विधि आगे इस लेख में दी गई है।

पेट की गड़बड़ी में चुकन्दर के फायदे || How to Treat Abdominal Disease with Beetroot in Hindi

गलत खान-पान पेट में गड़बड़ी का कारण बनता है। कब्ज होना , उलटी या दस्त पाचन क्रिया की गड़बड़ी का ही प्रभाव है। इन रोगो को दूर करना में चुकंदर (chukandar khane ke fayde) काफी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। चुकंदर में इतने गुण पाए जाते है जो पाचन क्रिया को सही करके इन गड़बड़ियों को सही केर सकते है। इन रोगो को दूर करने के लिए चुकंदर के उपयोग की विधि आगे दी गई है।

Constipation || कब्ज के क्या कारण हैं ? || कब्जियत किन कारणों से होती है ?

अर्श या बवासीर में चुकंदर के फायदे || Chukandar Beneficial in Piles in Hindi

चुकन्दर का नियमित सेवन करने (chukandar khane ke fayde) करने से बवासीर में फायदा मिलता है। बवासीर की समस्या को बढ़ाने का काम करती है कब्ज, जिसका इलाज भी चुकंदर के सेवन से किया जा सकता है। इन रोगो को दूर करने के लिए चुकंदर के उपयोग की विधि आगे दी गई है।

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कील, मुहासे और झांईयां हटायें चुकन्दर || Benefits of Chukander of Beetroot in Hindi

कील, मुहासे और झाइयां जैसे समस्याए आपके सौंदर्य पर ग्रहण लगा देती है। ऐसे में चुकुन्दर आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। चुकंदर का सेवन करना, इसका रस (Chukander)ka rs ) या इसका सुप का सेवन करने से आपको इन समस्या से रहत मिल जायगी।

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में चुकंदर के फायदे || Blood Pressure : Benefits of Chukander or Beetroot in Hindi

चुकंदर का प्रयोग ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है। ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने के लिए चुकंदर के रस का २ तरीके से उपयोग किया जा सकता है जिसकी जानकारी आग दी गई है।

हृदय के लिए चुकंदर के फायदे || Healthy Heart : Benefit of Beetroot in Hindi

चुकंदर के रस का सेवन करना आपको हृदय संबंधी समस्याओ से बचा सकता है। चुकंदर के गुण इसे आपके ह्रदय के लिए फायदेमंद बनाते है। आगे बताये गए तरीके से इसका नियमित सेवन करना आपको ह्रदय रोग और ह्रदय घात यानि हार्ट अटैक से बचा सकता है।

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गुर्दे के लिए फायदेमंद चुकंदर || Healthy Liver : Benefit of Beetroot in Hindi

गुर्दे के स्वास्थ्य को बनाये रखने और इसे डीटॉक्स करने में चुकंदर का प्रयोग फायदेमंद होता है। चुकंदर न सिर्फ किडनी की सफाई करता है बल्कि यह किडनी की पथरी को भी शरीर से बाहर निकलने में सहायक होता है।

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में चुकंदर के फायदे || Beetroot Beneficial to Control Cholesterol in Hindi

शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाने से यह धमनियों में जमा हो कर रक्त के भाव में अवरोध उत्पन्न करता है जो ह्रदय रोग का कारण बनता है। खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करने में चुकंदर को जूस काफी फायदेमंद होता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करके, गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाने में सहायक होता है।

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गर्भावस्था में चुकंदर के फायदे || Pregnancy : Beetroot Benefits in Hindi

चुकंदर का सेवन गर्भाशय सम्बन्धी रोगो में तो फायदेमंद होता ही है, साथ ही यह गर्भावस्था में भी लाभदायक होता है। गर्भवस्था में चुकंदर का सेवन करना या इसका रस पीना काफी फायदेमंद होता है। इसके सेवन की विधि इस लेख में आगे दी गई है।

त्वचा के लिए चुकंदर के फायदे || Skin : Benefits of Chukander or Beetroot in Hindi

चुकंदर के रस का प्रयोग कर आप त्वचा के रोगो को दूर रख सकते है। यह न सिर्फ आपकी त्वचा पर होने वाली कील, मुहासे और झाइयो को दूर करने में सहायक होता है बल्कि दाद और हाथ-पेअर फटना जैसी त्वचा की परेशानियों में भी फायदेमंद होता है।

स्मरण शक्ति बढ़ाये चुकंदर || Memory Power: Benefits of Chukander or Beetroot in Hindi

मतिष्क के लिए भी चुकंदर काफी फायदेमंद होता है। चुकंदर के रस का सेवन करने से स्मरण शक्ति में तो वृद्धि होती ही है साथ ही यह दिमाग की गर्मी और मानसिक कमजोरी को भी दूर करने में सहायक होता है। इसके उपयोग की विधि की जानकारी आपको आगे इस लेख में मिल जायगी।

विभिन्न रोगों में चुकंदर का उपयोग की विधि || Uses of Chukander or Beetroot in Hindi

चुकंदर का विभिन्न रोगों में प्रयोग इस प्रकार है:-

चेहरे के रोग में चुकंदर का उपयोग की विधि

चेहरे के विकार

चकुंदर का सूप पीने से चेहरे की गांठ, कील, मुहासे ठीक हो जाते हैं और चेहरा लाल और निरोगी हो जाता है।

चेहरे का निखार

चुकंदर के रस में टमाटर का रस तथा एक चम्मच हल्दी मिलाकर कुछ दिन लगातार सेवन करने से त्वचा का रंग साफ हो जाता है।

पेट के रोग में चुकंदर का उपयोग की विधि

पेट का अल्सर

खाली पेट शहद के साथ चुकंदर का रस लेने से पेट का अल्सर ठीक हो जाता है।

कब्ज

रोजाना चुकंदर का सेवन करने से कब्ज की तकलीफ नहीं रहती।

उल्टी दस्त

एक कप चुकंदर के रस में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीने से पाचन क्रिया की अनियमितता दूर होती है तथा उल्टी, दस्त, पेचिश व पीलिया में लाभ होता है।

कान का रोग में चुकंदर का उपयोग की विधि

कान का दर्द

चुकंदर के पत्तों का रस गुनगुना गर्म करके कान में डालने से कान दर्द ठीक हो जाता है।

चर्म रोग में चुकंदर का उपयोग की विधि

बाल झड़ना

  1. चुकंदर के पत्तों को पीसकर पर लेप करने से बालों का झड़ना रुक जाता है।
  2. चुकंदर के पत्तों को मेहंदी के पत्तों के साथ पीसकर, सिर पर लेप करने से बाल गिरना बंद होकर तेजी से उगना शुरू हो जाते हैं। साथ ही लंबे हो जाते हैं।

रूसी

  1. चुकंदर के रस में सिरका मिलाकर सिर पर लगाने से कुछ ही दिनों में रूसी मिट जाती है।
  2. चुकंदर उबालकर, उसके पानी से सिर धोने से सिर की खुश्की दूर होती है और बाल लंबे और नरम हो जाते हैं।

नाखून टूटना

रोजाना 100 ग्राम चुकंदर नियमित खाने से नाखून टूटना बंद होंगे तथा नाखून लाल व चमकदार बनेंगे। उनका उड़ा हुआ रंग या धब्बे भी मिट जाते हैं।

दाद

चुकंदर के पत्तों के रस में शहद मिलाकर लगाने से दाद ठीक हो जाता है |

हाथ पैर फटना

चुकंदर को पानी में उबालकर, उस काढ़े में कुछ देर हाथ पैर डुबोकर रखें, लाभ होगा अथवा हाथ-पैरों पर काढ़ा लगाते रहने से वह फटने बंद हो जाते हैं।

स्त्री रोग में चुकंदर का उपयोग की विधि

गर्भावस्था में

गर्भवती स्त्री को चुकंदर, गाजर, टमाटर, व सेब का रस मिलाकर पिलाने से उनके शरीर में विटामिन ‘ए’, विटामिन ‘सी’, विटामिन ‘डी’ और लोहे की कमी नहीं होती।

गर्भावस्था संबंधी रोग

जिन स्त्रियों को बार-बार गर्भपात होता है या कम मासिक आता हो, उन्हें एक कप चुकंदर का रस प्रातः खाली पेट पीना चाहिए। गर्भाशय संबंधी रोगों में विशेष लाभकारी है।

दूध में वृद्धि

चुकंदर के नियमित सेवन से दूध पिलाने वाली स्त्रियों के दूध में वृद्धि होती है

स्त्री रोगों में

३/ 4 गिलास गाजर का रस, १/4 गिलास चुकंदर का रस मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से श्वेत प्रदर एव मासिक धर्म संबंधी व जननांगों के रोग में लाभ होता है।

अन्य रोग में चुकंदर का उपयोग की विधि

पथरी

  1. चुकंदर का रस या सूप दिन में चार-पांच बार पीने से पथरी गल कर मूत्र मार्ग से निकल जाती है तथा पित्ताशय और गुर्दे की पथरी व सूजन में फायदा होता है।
  2. इसके नियमित सेवन से गुर्दे तथा ब्लैडर की पथरी में फायदा होता है।

बवासीर में चुकंदर का उपयोग

इसके नियमित सेवन से बवासीर की परेशानी नहीं रहती इसलिए रोजाना सोने से पूर्व रात को आधा गिलास रस पी लिया जाए तो बवासीर का रोग समाप्त हो जाता है।

रक्ताल्पता यानि रक्त की कमी

  1. एक कप चुकंदर का रस दिन में तीन बार लेने से रक्ताल्पता खत्म होती है।
  2. चुकंदर का रस, गाजर के रस के साथ मिलाकर पीने से शरीर में रक्त की कमी खत्म होती है।

रक्तचाप / ब्लड प्रेशर

प्रतिदिन दोपहर में एक गिलास चुकुन्दर का रस पीने से रक्तचाप और हृदय रोग में लाभ होता है।

उच्च रक्तचाप / हाई ब्लड प्रेशर

चुकंदर के रस में गाजर का रस, पपीते या संतरे का रस मिलाकर, सुबह-शाम पीने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है।

स्मरण शक्ति में वृद्धि के लिए

सुबह-शाम रोजाना एक कप चुकंदर का रस का सेवन करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और दिमाग की गर्मी व मानसिक कमजोरी दूर होती है।

गुर्दे की सफाई

चुकंदर के रस में गाजर तथा खीरे का रस मिलाकर पीने से गुर्दे तथा गालब्लेडर की सफाई होती है।

जुए

चुकंदर के पत्ते, पानी में उबालकर, इस पानी से सिर धोने से लीखे व जुए नष्ट हो जाती हैं।

पेशाब की जलन

नियमित रूप से चुकंदर का सलाद खाते रहने से पेशाब की जलन में लाभ होता है। पेशाब के साथ कैल्शियम का शरीर से निकलना बंद हो जाता है।

पुरुष रोग

30 ग्राम चुकंदर का रस दिन में 4 बार कुछ सप्ताह तक पीने से लाभ होता है।

जोड़ों का दर्द

चुकंदर का रस में गाजर व नींबू का रस मिलाकर पीने से जोड़ों के दर्द में लाभ होता है।

गुर्दे संबंधी रोग

एक कप चुकंदर का रस, दिन में 2 बार पीने से या 100 ग्राम चुकंदर का नियमित सेवन करने से गुर्दे संबंधी रोगों में लाभ होता है। चुकंदर गाजर व खीरे का रस मिलाकर पीने से गुर्दे की सफाई भी होती है।

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People Also Ask About Chukander or Beetroot:

1 दिन में कितना चुकंदर खाना चाहिए?

2 चुकंदर खाने या फिर 100 ग्राम चुकंदर के रस का नियमित से गुर्दे (Kidney) सम्बन्धी रोगो में फायदा मिलता है और हार्ट फेल होने के चांस काफी कम हो जाते हैं।

चुकंदर खाने से कितना खून बढ़ता है?

चुकंदर एनीमिया यानि खून की कमी को दूर करने का एक सबसे अच्छा उपाय है। इसमें मौजूद विटामिन और खनिज पदार्थ शरीर में आयरन और फोलिक एसिड की कमी को दूर कर, हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ा कर शरीर में खून की कमी को दूर करते है।

चुकंदर कैसे खाना चाहिए?

वैसे तो चुकंदर खाने का सबसे अच्छा तरीका इसे सलाद के रूप में कच्चा खाया जाये, लेकिन बहुत से रोगो को दूर करने के लिए आप इसका रस निकलकर या फिर इसका सुप बनाकर भी इसका सेवन कर सकते है। इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए आप निम्बू का इस्तेमाल कर सकते है या फिर गजर या अन्य फलो या सब्जयों के रस को मिलाकर इसे और भी पोस्टिक और फायदेमंद बना सकते है।

चुकंदर की तासीर क्या है?

चुकंदर की तासीर ठंडी होती है |

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