खून पतला करने की आयुर्वेदिक दवा अर्जुन की छाल

कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण खून में डी-डायमर प्रोटीन बनने लगता है जो खून को गाढ़ा करके ब्लड क्लॉटिंग की समस्या पैदा करता है। जो आगे चलकर हार्ट अटैक की वजह बनती है। ऐसे में खून पतला करने की आयुर्वेदिक दवा अर्जुन की छाल ह्रदय से जुडी समस्याओ का रामबाण इलाज है।

खून पतला करने की आयुर्वेदिक दवा

हमारे देश में तक़रीबन 5 करोड़ से भी अधिक लोग ह्रदय रोग से जुडी समस्याओं से पीड़ित है। उन सभी व्यक्तिओ को समय-२ पर अपने रोग की गंभीरता को जांचने के लिए कई तरह के टेस्ट्स करवाने पड़ते है लेकिन कोरोना की इस माहमारी के कारण ऐसा संभव नहीं हो पा रहा हैं। वहीं दूसरी ओर कोरोना को मात दे चुके लोगों को हार्ट अटैक जैसे ह्रदय से जुडी समस्याओ से भी जूझना पड़ रहा है। इतना ही नहीं कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ देशो में लोगो को ब्लड क्लॉट्स की समस्या का सामना भी करना पड़ा है।

ब्लड क्लॉटिंग क्या है?

ब्लड क्लॉटिंग यानि रक्त का थक्का तब बनता है जब खून तरल से जेल जैसी या अर्ध ठोस अवस्था में बदल जाता है। क्लॉटिंग एक आवश्यक प्रक्रिया है जो शरीर में चोट लगने पर चोट लगने वाले स्थान से बहुत अधिक मात्रा में खून के निकलने को रोकती है।

ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट अटैक

लेकिन जब यह क्लॉटिंग यानि थक्का किसी नस में बनता है, तो यह एक बहुत ही खतरनाक और यहां तक ​​कि जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली स्थिति हो सकती है। ब्लड क्लॉटिंग शरीर में कहीं पर भी हो सकती है। आपके शरीर के हर हिस्से में नसों के माध्यम से ब्लड की सप्लाई हो रही होती है। शरीर के किसी भी हिस्से की नस में अगर ब्लड क्लॉट बन जाता है तो उस हिस्से में जाने वाले ब्लड की सप्लाई रुक जायगी जिसका सीधा प्रभाव ब्लड सरकुलेशन पर पड़ता है और पूरा दबाव दिल पर आ जाता है जो कारण बनता है हार्ट अटैक का।

कोरोना वायरस और ब्लड क्लॉटिंग

दरअसल, कोरोना वायरस के कारण खून में डी-डायमर प्रोटीन बनने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती है। इसी प्रोटीन के कारण खून गाढ़ा होने लगता है और खून के थक्के बनने शुरू हो जाते हैं। जो नसों में खून के प्रवाह में अवरोध उत्पन्न करते है। जिस से दिल पर दबाव बढ़ता है जो आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण बनता है। जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (Deep vein thrombosis) के नाम से भी जाना जाता है।

अगर आपको ह्रदय से जुडी कोई भी समस्या है या आपको कोरोना हो चूका है या अपने कोई भी कोरोना वेक्सीन ( covishield vaccine ) लगवाई है तो जरूरी है कि आप अपने ह्रदय (Heart) का पूरा ध्यान रखे और खून में डी-डायमर प्रोटीन की मात्रा की जानकारी रखे। खून में डी-डायमर प्रोटीन की मात्रा को मापने के लिए आप डी-डायमर टेस्ट करवा सकते है।

खून पतला करने की आयुर्वेदिक दवा अर्जुन की छाल

इसके साथ ही आपको अपने भोजन में ऐसी चीजों का सेवन करना है जो आपके खून को पतला रखे और खून के थक्के जमने ही न दे। इसके लिए पहली चीज है अदरक, जिसे अपने भोजन में जरूर शामिल करना चाहिए। साथ ही दूसरी चीज है अर्जुन की छाल, जो ह्रदय से जुडी बिमारिओ का रामबाण इलाज है। यह न सिर्फ खून को पतला करती है बल्कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रण में रखकर हार्ट अटैक जैसी ह्रदय से जुडी समस्याओ से बचाव करती है। आइये दोस्तों आपको थोड़ी सी जानकारी दे अर्जुन की छाल के बारे में।

खून पतला करने की आयुर्वेदिक दवा अर्जुन की छाल

अर्जुन के पेड़ की छाल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। इस पेड़ की छाल को आप ऐसे भी इस्तेमाल कर सकते है या फिर इसका चूर्ण बनाकर भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है । अर्जुन के पेड़ की छाल के चूर्ण को काढ़े के रूप में या कई अन्य तरह से भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इसके सेवन से ह्रदय के रोगों से ग्रस्त रोगी भी पूरी तरह ठीक हो सकते हैं | अर्जुन की छाल क्या काम आती है? इसकी जानकारी आपको हमारे अन्य लेख में मिल जायगी।

कई अध्ययनों के अनुसार 90% धमनिया बंद हो चुके रोगी भी इसके नियमित सेवन से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं | हृदय रोगों के साथ-साथ हाई बीपी यानी उच्च रक्तचाप, खून पतला करने, मधुमेह, हृदय शूल यानी एनजाइना, रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने, तेज धड़कन को कंट्रोल करने के लिए भी अर्जुन की छाल के चूर्ण का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद सिद्ध हुआ है |

अर्जुन की छाल की तासीर ठंडी होने के कारण इसका रोज सेवन किया जाए तो मुंह में छाले की समस्या पैदा ही नहीं होगी। इसमें मौजूद गुणों के कारण यह खून को बगैर दवा लिए प्राकृतिक रूप में पतला करने की कारगर औषधि भी है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर की समस्या में भी फायदा मिलता है।

अर्जुन की छाल और दालचीनी का काढ़ा या इनकी चाय बनाकर रोजाना सेवन करने से आपका दिल भी मजबूत रहेगा। अर्जुन की छाल price जानना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक कीजिये

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