दालचीनी के फायदे ( Dalchini Ke Fayde In Hindi) – अगर आप भी दालचीनी का उपयोग सिर्फ मसाले के रूप में ही करते है और दालचीनी के फायदों को नहीं जानते तो जान ले की दालचीनी आयुर्वेदा की एक जानी मानी औषधि है। आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी के इस्तेमाल से कई रोगों का इलाज किया जा सकता है।
दालचीनी के फायदे | Dalchini Ke Fayde In Hindi
दालचीनी (Cinnamon) हर भारतीय रसोई में मिलने वाला और व्यंजनों के स्वाद और सुगंध को बढ़ाने वाला सिर्फ एक मसाला ही नहीं है बल्कि एक ओषधि भी है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हमारे शरीर को कई बीमारियों (disease) जैसे आर्थराइटिस, डायबिटीज और यहाँ तक की कैंसर से भी बचाने में फायदेमंद है।
अगर आप भी उन लोगो में से है जो खाने को उसकी सुगंध से ही पहचान लेते है तो आप दालचीनी से जरूर वाकिफ होंगे। लेकिन क्या आप दालचीनी के फायदे ( Dalchini Ke Fayde ) से भी वाकिफ है ?
दालचीनी | What is Cinnamon in Hindi
दालचीनी (Cinnamon) एक पौधे के तने और शाखाओं की अंदरूनी छाल (परत) होती है जो सिनेमामम (Cinnamon in English) के नाम से जाना जाता है। इसमें पाए जाने वाले गुणों के कारण यह सेहत के लिए बहुत ही गुणकारी होती है और आयुर्वेदा में भी इसे एक गुणकारी और बहुत से रोगो में फायदेमंद औषधि के रूप में जाना जाता है।
दालचीनी में पाए जाने वाले पोषक तत्व | Nutrient in Cinnamon in Hindi
एक चम्मच पिसी हुई दालचीनी में कई विटामिन और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा :
- लगभग 6 कैलोरी
- लगभग 0.1 ग्राम प्रोटीन
- लगभग 0.03 ग्राम वसा
- लगभग 2 ग्राम कार्बोहाइड्रेट
- लगभग 1 ग्राम फाइबर
- लगभग 26 मिलीग्राम कैल्शियम
- लगभग 11 मिलीग्राम पोटेशियम
- लगभग 3 एमसीजी (माइक्रोग्राम) बीटा कैरोटीन
- विटामिन ए की लगभग 8 आईयू (अंतर्राष्ट्रीय इकाइयां)
दालचीनी के फायदे हिंदी में बताये | Dalchini Ke Fayde
दालचीनी किस-किस रोग में किस तरह से आपके स्वास्थ्य को बनाये रखने और निरोगी शरीर पाने के लिए फायदेमंद है , आइये जानते है :-
1. आर्थराइटिस में Dalchini ke Fayde
कुछ वक़्त पहले तक आर्थराइटिस को बुढ़ापे की बीमारी मन जाता था मगर आजकल गलत जीवनशैली और गलत खानपान के कारण यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेती है। गलत जीवनशैली और खानपान के कारण हमारा शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता जिस कारण शरीर कमज़ोर हो जाता है।
कमजोर शरीर कमजोर हड्डियों का कारण बनता है। ऐसे में दालचीनी एक औषधि के रूप में काफी फायदेमंद साबित होती है। दालचीनी (cinnamon) में मौजूद पोषक तत्व जैसे आयरन, कैल्शियम और मैंगनीज गठिया की बीमारी में राहत पहुचांते है । दालचीनी में पाया जाने वाला एंटी-inflammentry गुण आर्थराइटिस में होनेवाले दर्द और सूजन को कम करने काफी फायदेमंद होता है।
दालचीनी का उपयोग
दालचीनी के तेल (Dalchini Oil) की तीन से चार बूँदे नारियल के तेल में मिलाकर हड्डियों की मालिश करने से दर्द से काफी हद तक राहत मिलती है ।
2. डायबिटीज में दालचीनी के फायदे | Dalchini ke fayde diabetes mein
गलत जीवनशैली और गलत खान पान के कारण बहुत से व्यक्ति डायबिटीज यानि शुगर की चपेट में आते जा रहे है। डायबिटीज अकेली एक बीमारी नहीं है बल्कि यह तो बिमारिओ का बंडल है। यह डायरेक्ट और Indirect , हमारे शरीर के हर हिस्से को नुकसान पहुँचाती है। शुगर से पीड़ित व्यक्ति में धीरे-२ अन्य कई बीमारियों को जन्म लेने लगती है।
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अपने आहार में दालचीनी को शामिल करके मधुमेह पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शुगर होने के एक महत्वपूर्ण कारक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है । दालचीनी (cinnamon) में फेनोलिक योगिक और फ्लैवोनॉइड मौजूद होते है जो शरीर को एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बायोटिक, एंटी कैंसर और कार्डिओ प्रोटेक्टिव गुण प्रदान करते है ।
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एक शोध में यह बात सामने आई की दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसमें मौजूद पोलीफेनोल शरीर में इन्सुलिन को बेहतर करता है जिससे मधुमेह के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है ।
3. मस्तिष्क के लिए दालचीनी के फायदे | Health Benefits of Dalchini in Hindi
दालचीनी (Daalchini) दिमाग में लिए भी काफी फायदेमंद होती है । माना गाया है की दालचीनी की सुगंध मस्तिष्क की गतिविधि को बहुत हद तक बढ़ती है ।इसके सेवन से न सिर्फ मस्तिष्क तेजी से काम करता है बल्कि यह तनाव व चिंता में भी आराम पहुँचाती है। दालचीनी का असली गुण तो उसके तेल में ही होता है और दालचीनी की तेल को सूंधने से व्यक्ति की स्मरण शक्ति बढ़ती है।इसके अलावा दालचीनी (Dalchini) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण अल्जाइमर और पार्किंसन जैसे मस्तिष्क के विकारो से भी बचाता है ।
दालचीनी का उपयोग
दालचीनी की तेल को सूंधने से व्यक्ति की स्मरण शक्ति बढ़ती है।
4. सर्दी और खासी में असरदार दालचीनी
दालचीनी में मौजूद एंटी-माइक्रोबायल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसे सर्दी–खासी से राहत दिलाने वाली एक असरदार औषधि बनाते है।
दालचीनी का उपयोग
सर्दी–खासी से राहत पाने के लिए दालचीनी और लौंग को पानी में उबालकर, उसका काढ़ा बनाकर, पीने लायक गर्म होने पर उसमे शहद मिलाकर दिन में 2 बार पीएं। आपको आराम मिलेगा।
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5. रक्त परिसंचरण के लिए दालचीनी
दालचीनी में ऐसे यौगिक मौजूद है जो खून को पतला कर रक्त परिसंचरण को बढ़ाते है। दालचीनी का यह गुण धमनियों से जुडी बिमारिओ के साथ-२ दिल के दौरे से भी बचाता है । बेहतर रक्त परिसंचरण से दर्द कम होता है।
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6. कोलेस्ट्रॉल और दिल के लिए दालचीनी के फायदे
पूरी दुनिया में समय से पहले मौत होने का सबसे बड़ा कारण हृदय रोग है। और ह्रदय रोग का सबसे बड़ा कारण है कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का बढ़ना। दालचीनी के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल (L.D.L. ) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) के स्तर को कम करने में मदद मिलती है और स्वस्थ्य जीवन के लिए ज़रूरी है की खराब कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) की मात्रा को कम किया जाये ।क्योंकि ये खून के धमनियों में जमा हो कर खून के बहाव में अवरोध उत्पन्न करते है और धमनियों को ब्लॉक भी कर देते है। जिससे दिल पर प्रेशर पड़ता है और दिल का दौरा आने की सम्भावना बढ़ जाती है।
ऐसे में दालचीनी का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। दालचीनी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करके हृदय को स्वस्थ रखने का काम कर सकता है।
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7. पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद दालचीनी
दालचीनी पाचन क्रिया को स्ट्रांग बनाने और पेट को स्वस्थ बनाये रखने में भी मदद करते है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र व पेट में संक्रमण यानि पाचन क्रिया की खराबी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया, जो खाने के माध्यम से पेट में पहुंच कर समस्या पैदा कर सकते है, उनसे लड़ने का काम करते हैं। पाचन क्रिया में सुधार लाने और जठर सम्बन्धी विकारो के लिए दालचीनी का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है।
8. ब्लड प्रेशर की समस्या में दालचीनी से फायदे
आजकल ब्लड प्रेशर के low और हाई होने की समस्या से बहुत से लोग परेशान रहते है। उनके लिए सिमित मात्रा में दालचीनी का सेवन करना काफी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। कई अध्ययनो से पता चला है की दालचीनी रक्तचाप (Blood Pressure) के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होती है लेकिन तभी जब इसका सिमित मात्रा में सेवन किया जाये ।
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9. कैंसर की चिकित्सा में Dalchini ke fayde
दालचीनी कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि कम कर सकता है और उन्हें फैलने से रोकता है। दालचीनी (Daalchini) में एंटी कैंसर गुण मौजूद होते है । चूहों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला कि इसमें कीमोप्रेंटिव गुण होते हैं। जो कैंसर सेल्स के बनने की प्रक्रिया में अवरोध उत्पन्न करके उन्हें बढ़ने और बनने से रोक सकते हैं।
दालचीनी पेट के एंजाइम्स को सक्रीय करके पेट को डिटॉक्सीफाई करता है जिससे कोलोन कैंसर के फेलाव को रोकने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, इसमें मौजूद पोलीफेनोलस मेलेनोमा कैंसर (त्वचा का कैंसर) के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।
10. इनफर्टिलिटी को कम करता है
दालचीनी में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट, पोलीफेनोल, मोटापे से ग्रस्त लोगो में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके इनफर्टिलिटी के खतरे को कम करता है। अपने अनाज, दलिया और दही पर दालचीनी पाउडर छिड़काव करके इसे अपने आहार में शामिल करने से काफी हद तक इनफर्टिलिटी की समस्या में दालचीनी फायदेमंद हो सकती है।
11. मासिक धर्म के समय राहत
मासिक धर्म की परेशानियाँ जैसे पीरियड्स की अवधि में नियमितता आती है और पीरियड्स के पूर्व होने वाले लक्षण (पी.एम्.एस. अर्थात प्री-मेन्स्त्रुअल सिंड्रोम) जैसे चिड़चिड़ापन, सरदर्द, शरीर दर्द इत्यादि से राहत मिलने केलिए दालचीनी का सेवन काफी मददगार साबित हुआ है।
दालचीनी का इस्तेमाल पीरियड्स के दौरान होने वाले असहनीय दर्द व मितली को रोकने और ख़त्म करने में किया जाता है। चाहे ये पीरियड के दौरान ज़्यादा रक्त स्त्राव (ब्लीडिंग) की वजह से हो या किसी अन्य बीमारी की वजह से |
12. दस्त यानि डायरिया में दालचीनी के फायदे
दस्त यानि डायरिया की समस्या गलत खान पान या मौसम के कारण से भी हो सकती है। ऐसे में दालचीन एक घरेलू उपाय के रूप में फायदेमंद साबित हो सकती है। दालचीनी डायरिया की समस्या को काफी हद तक कम कर सकती है।
दालचीनी के तेल में पाया जाने वाला एंटीमाइक्रोबियल गुण दस्त यानि डायरिया का कारण बनने वाले और संक्रमण फैलाने वाले ई. कोलाई नामक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकता है । इस तरह से दस्त के इलाज में दालचीनी (Dalchini) प्रभावी हो सकती है।
13. कब्ज और गैस के लिए Dalchini ke fayde
आज की गलत जीवन शैली और बगैर सोचे समझे कुछ भी खाने की आदत के कारण हमारे पेट की हालत अक्सर खराब हो जाती है । जिस वजह से कभी कब्ज तो कभी गैस की शिकायत हर दिन लगी रहती है। ऐसे में दालचीनी जैसी घरेलू ओषधि को अपने आहार में शमिल करके आप अपनी पेट की समस्याओ को काफी हद तक ठीक रख सकते है और अगर आप स्वस्थ जीवन जीना चाहते है तो आपको अपनी खाने पीने की आदतों में भी सुधार करने की जरूरत है
14. दर्द से राहत
हम किसी भी तरह का दर्द होने पर दर्द निवारक दवा ले लेते है जिनका अधिक सेवन हानिकारक सिद्ध हो सकता है। जो समय के साथ-२ पेट की समस्याओ का कारण बन सकता है । ऐसे में दालचीनी आपके काम आ सकती है। दालचीनी हमारे शरीर में होने वाले कई तरह के दर्द जैसे दांत दर्द, हड्डियों का दर्द, मासपेशियो का दर्द व पेट का दर्द आदि में राहत पहुँचती है ।
दालचीनी का उपयोग
दालचीनी के तेल की मालिश से शरीर में गर्माहट आती है और कसी हुई, अकड़ी हुई मांसपेशियां लचीली हो जाती हैं तथा रिलैक्स कर पाती हैं। दिन भर की दौड़-धूप से या मौसम के प्रभाव से आपके शरीर की मांसपेशियां अकड़ जाती हैं जिससे उनमें जकड़न पैदा हो जाती है। जो दर्द का कारण बनता है। भोजन में दालचीनी के रोजाना सेवन से गठिया होने की सम्भावना भी कम हो जाती है।
15. त्वचा स्वास्थ्य के लिए Dalchini ke fayde
दालचीनी के फायदे त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक होते है। एक शोध के अनुसार दालचीनी में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण चर्म (Skin) रोग से बचा सकते है । इसका इस्तेमाल करने से हल्के से मध्यम प्रकार के पिंपल को भी कम किया जा सकता है। दालचीनी के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पिंपल और दाग-धब्बों को कम करने में सहायक हो सकते हैं। दालचीनी और शहद का मिश्रण पिंपल होने का कारण बनने वाले बैक्टीरिया से मारने का काम कर सकता है ।
दालचीनी कोलेजन (Collagen) को नष्ट होने से बचाती है जिस वजह से त्वचा को जवां दिखती है और त्वचा के लचीलेपन को बरकरार रखने में मदद मिलती है। एक अध्ययन के अनुसार, दालचीनी एंटी-एजिंग की समस्या को कुछ हद तक कम कर सकती है । साथ ही यह घाव भरने वाले गुणों से समृद्ध है ।
दालचीनी का उपयोग
त्वचा स्वास्थ्य के लिए चुटकी भर दालचीनी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर, पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाया जा सकता है।
16. इन्सुलिन प्रतिरोध में सुधार करने में दालचीनी के फायदे | Dalchini Ke Fayde Diabetes Mein
मधुमेह का प्रमुख कारण है इंसुलिन रेजिस्टेंस। इंसुलिन एक हार्मोन है जो मेटाबोलिज्म (चयापचय) और ऊर्जा उपयोग को नियंत्रित करता है। जब शरीर में इसका प्रतिरोध उत्पन्न होने लगता है तब शरीर की कोशिकाएं इसके प्रभाव से प्रतिरोधी हो जाती हैं। जिस कारण इन्सुलिन रक्त शर्करा को ऊर्जा में तब्दील नहीं कर पाता। इसे इंसुलिन प्रतिरोध या इन्सुलिन रेजिस्टेंस के रूप में जाना जाता है। इस स्थिति में रक्त में मौजूद शर्करा का उपभोग न होने से रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है और ये स्थिति मेटाबोलिक सिंड्रोम और टाइप 2 मधुमेह जैसी गंभीर स्थितियों के आरम्भ होने की पहली सीढ़ी बनती है ।
अच्छी खबर यह है कि दालचीनी इस स्थिति में फायदेमंद साबित हो सकती है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम कर सकती है, जिससे इस महत्वपूर्ण हार्मोन को अपना काम सुचारु रूप से करने में मदद मिलती है। शरीर की कोशिकाओं की इंसुलिन के लिए संवेदनशीलता को बढ़ा कर दालचीनी रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकती है ।
दालचीनी के फ़ायदे इतने है की उन्हें बयान करते जाये तो समय कम पड़ जायेगा । दालचीनी खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ साथ शरीर के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखती है। अगर आप अभी तक दालचीनी का उपयोग नहीं करते है तो आज से ही इस चमत्कारी मसाले का उपयोग करके इसके फायदे (Dalchini ke fayde) का लाभ उठाये ।
दालचीनी उबालकर पीने से क्या होता है?
दालचीनी को उबालकर पीने से पेट संबंधी समस्याओं और जोड़ो के दर्द की समस्या में फायदा मिलता है। इससे शरीर की इम्यूनिटी पावर भी बढ़ती है।
दालचीनी की तासीर गर्म होती है क्या?
जी हाँ, दालचीनी की तासीर गर्म होती है और इसका सेवन सिमित मात्रा में ही करना चाहिए।
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References:-