करोना वायरस के कारण साइलंट हार्ट अटैक बहुत से लोगो की जान ले रहा है। साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षणों को हल्के में लेना आपकी बहुत बड़ी भूल साबित हो सकती है जिसकी कीमत आपको अपनी जान दे कर चुकानी पड़ सकती है। साइलेंट हार्ट अटैक के खिलाफ जानकारी ही आपका सबसे बड़ा हथियार है इसलिए जान ले की साइलेंट हार्ट अटैक क्या होता है, साइलेंट हार्ट अटैक क्यों होता है और साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण क्या होते है ?
हार्ट अटैक के मुकाबले साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण बहुत ही हल्के होते है। सीने में तेज या हल्का दर्द, सीने में भारीपन, सीने पर जलन और शरीर में कमजोरी जैसे सामान्य लक्षण भी साइलंट हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते है। अधिकतर लोगो के बाये तरफ दिल होता है इसलिए बाएं हाथ में होने वाला दर्द सीने तक जाना भी साइलंट हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
साइलेंट हार्ट अटैक | Silent Heart Attack
हार्ट अटैक को साइलेंट हार्ट अटैक तभी कहा जाता है जब इसके हल्के लक्षण होते है या वैसे तेज लक्षण नहीं होते हैं जैसे की दिल के दौरे के होते है। दिल का दौरा तब होता है जब एक या अधिक कोरोनरी धमनियों में रुकावट के कारण हृदय के किसी हिस्से में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है। हृदय की मांसपेशियों में, रक्त की आपूर्ति की कमी के कारण, ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे दिल को गंभीर चोट लग सकती है या हृदय की मांसपेशियों के ऊतकों की मृत्यु भी हो सकती है और आपका हार्ट फेल भी हो सकता हैं।
आमतौर पर, कोरोनरी धमनी में खराब कोलेस्ट्रॉल के कारण ब्लॉकेज पैदा हो जाती है और यह ब्लॉकेज आपकी किसी कोरोनरी धमनी में रक्त को बहने से रोककर दिल के दौरे का कारण बनता है। साइलेंट हार्ट अटैक कभी भी हो सकता है चाहे आप सो रहे हों या जाग रहे हों।
साइलेंट हार्ट अटैक का प्रभाव
साइलेंट हार्ट अटैक आपके दिल को उसी तरह से नुकसान पंहुचा सकता है जैसे की नार्मल हार्ट अटैक। हार्ट अटैक आने पर कोरोनरी धमनियों में रुकावट के कारण आपके दिल के हिस्से तक रक्त और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती । साइलेंट हार्ट अटैक के हल्के लक्षणों के कारण अगर आपको पता दिल का दौरा पड़ने का पता नहीं लगता और आप समय पर चिकित्स्कीय सहायता प्राप्त नहीं कर पाते और आपके हार्ट अटैक होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसी कारण साइलेंट हार्ट अटैक नार्मल हार्ट अटैक से अधिक खतरनाक होता है।
साइलेंट हार्ट अटैक कैसे आता है ?
दिल का दौरा तब होता है जब एक या अधिक कोरोनरी धमनियों में रुकावट के कारण हृदय के किसी हिस्से में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है। शरीर के सभी अंगो तक ऑक्सीजन की सप्लाई रक्त के द्वारा ही होती है। ऐसे में हृदय की मांसपेशियों में रक्त की आपूर्ति न होने के कारण, ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे दिल को गंभीर चोट लग सकती है या हृदय की मांसपेशियों के ऊतकों की मृत्यु भी हो सकती है यानि हार्ट अटैक आ सकता है।
साइलेंट अटैक के लक्षण | साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण
जिन लोगों को साइलेंट हार्ट अटैक होता है, उनमें दिखने वाले लक्षण उतने तेज नहीं होते जितने की आमतौर पर दिल के दौरे पड़ने पर होते है। साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण हार्ट अटैक के हल्के लक्षण होते हैं या कई बार तो कोई लक्षण नहीं होते हैं। इसी कारण बहुत से लोगो को पता ही नहीं चलता की उन्हें दिल का दौरा पड़ा है।
साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण आपको ऐसा महसूस करा सकते हैं:
- आप बीमार हैं।
- सीने की जलन और भारीपन
- छाती या पीठ के ऊपरी हिस्से में मांसपेशियों में दर्द
- जबड़े, हाथ या पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द
- बाएं हाथ में दर्द होना और इस दर्द का सीने तक जाना
- सांस लेने में हल्की दिक्कत
- आप बहुत थक गए है या बहुत जल्दी थक जाते है।
- अपच
पारंपरिक दिल के दौरे के लक्षण है
- सीने में दर्द जो कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहता है।
- साँसों की कमी।
- आपके ऊपरी शरीर में बेचैनी।
- चक्कर आना।
- ठंडा पसीना।
- मतली और उल्टी।
- थकान जो बिना किसी स्पष्टीकरण के कुछ दिनों तक रह सकती है।
- सर्दियों में बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा
साइलेंट हार्ट अटैक क्यों होता है ?
साइलेंट हार्ट अटैक तब होता है जब कोरोनरी धमनियों में खराब कोलेस्ट्रॉल के कारण ब्लॉकेज (प्लाक का निर्माण ) हो जाती है और रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है, रुक जाता है। जिसका सीधा असर शरीर की पम्पिंग मशीन यानि हार्ट पर पड़ता है। तब साइलेंट हार्ट अटैक आता है।
साइलेंट हार्ट अटैक के कारण क्या-२ होते है ?
नीचे बताई गई कुछ बातें हार्ट अटैक का कारण बन सकती है जैसे :-
- मोटापा यानि वजन ज़्यादा होना।
- नियमित रूप से व्यायाम नहीं करना।
- हाई ब्लड प्रेशर होना।
- हाई कोलेस्ट्रॉल होना।
- कोरोना या किसी अन्य वजह से खून का अधिक गाढ़ा होना।
- ऐसे खाद्य पदार्थ का अधिक सेवन करना जिनमे कोलेस्ट्रॉल, नमक और फैट की मात्रा अधिक हो।
- ज्यादा ऑयली, फैटी और प्रोसेस्ड फूड
- हाई ब्लड शुगर होना।
- हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियों का सख्त हो जाना |
- तम्बाकू का प्रयोग करना।
- अधिक चिंता करना और तनाव में रहना।
मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे दिल का दौरा पड़ा है या एनजाइना पैन है?
साइलेंट हार्ट अटैक आने पर लोगों को चलते फिरते समय सीने में दर्द हो सकता है। कुछ मिनट आराम करने के बाद यह दर्द बंद हो जाना चाहिए। अगर सीने का यह दर्द आराम करने के बाद भी दूर नहीं होता तो इस बात की बहुत अधिक सम्भावना है की आपको दिल का दौरा पड़ा है।
कैसे पता करे की आपको साइलेंट हार्ट अटैक हुआ है ?
साइलेंट हार्ट अटैक का पता आपका डॉक्टर या चिकित्सक ही लगा सकता है। वह :-
- तेज या असमान नाड़ी से पता लगा सकता है।
- आपके फेफड़ों में असामान्य आवाजें से भी पता लगा सकता है या फिर
- MRI करके भी इस बात की जानकारी ले सकता है।
साइलेंट हार्ट अटैक के घरेलु उपचार
साइलेंट हार्ट अटैक आने पर या अगर आपको शक हो की आपको हार्ट अटैक आया है तो डॉक्टरी सहायता मिलने तक आप कुछ घरेलु उपचार अपना ले तो आपकी जान बच सकती है और आपको हार्ट अटैक में आराम आ सकता है।
- तत्काल अपान वायु मुद्रा का अभ्यास करना शुरू कर देना चाहिए |
- अर्जुन की छाल के चूर्ण को तुरंत अपनी जीभ पर डाले या इसकी चाय बनाकर पिये। अर्जुन की छाल खून पतला करने की एक बेहतरीन औषधि है जिसे डॉक्टर्स भी रेकमेंड करते है।
हार्ट अटैक का दर्द कैसे पहचाने?
पारंपरिक दिल के दौरे के लक्षण है :-
सीने में दर्द जो कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहता है, साँसों की कमी, आपके ऊपरी शरीर में बेचैनी, चक्कर आना, ठंडा पसीना, मतली और उल्टी, थकान जो बिना किसी स्पष्टीकरण के कुछ दिनों तक रह सकती है।