टाइफाइड बार बार क्यों होता है?

टाइफाइड बार बार क्यों होता है (Typhoid Bar Bar Kyu Hota Hai) – टाइफाइड फीवर (Typhoid Fever) एक खतरनाक बीमारी है जो एक जीवाणु के संक्रमण के कारण होती है। इसका जीवाणु पुरे शरीर में फैल कर, शरीर के कई अंगो को प्रभावित कर सकता है। समय पर उपचार मिलने पर इसे घातक होने से रोका जा सकता है लेकिन कई लोगो में एक बार ठीक होने के बावजूद टाइफाइड बार बार क्यों होता है?

टाइफाइड बार-बार क्यों होता है | Typhoid Bar Bar Kyu Hota Hai

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अधूरे इलाज के कारण या इलाज पूरा होने के बावजूद भी कुछ लोगों के शरीर में टाइफाइड का बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म नहीं होता है या फिर इलाज के दौरान जब टाइफाइड के लक्षण दिखने बंद हो जाते है तो लोग अपने आप ही दवाइया लेना बंद कर देते है यानि की कोर्स पूरा नहीं करते हैं। जिससे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म नहीं होता और बैक्टीरिया दोबारा से बढ़ने लगता है और कुछ दिनों में टाइफाइड के लक्षण फिर दिखने शुरू हो जाते है।

आगे इस लेख में टाइफाइड बुखार क्या है, टाइफाइड के लक्षण हिंदी (Typhoid Bukhar ke lakshan), टाइफाइड का इलाज (Tified Fever ka इलाज), टाइफाइड का बुखार कितने दिन तक रहता है, टाइफाइड बार-बार क्यों होता है (Typhoid Bar Bar Kyu Hota Hai), बार बार टाइफाइड होने के कारण, दोबारा टाइफाइड न हो इसके लिए क्या करे, आदि विषयो पर जानकारी देने जा रहे है।

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Table of Contents

कुछ लोगों को टाइफाइड बुखार (Tified Bukhar) ठीक होने के दो-तीन दिन बाद दुबारा हो जाता है, ऐसा क्यों होता है टाइफाइड बुखार एक ही व्यक्ति को बार-२ क्यों होता है और इस लेख में हम आपको यह जानकारी भी देंगे की इस हालत में आप क्या कर सकते हैं और इससे कैसे बच सकते हैं ताकि आपको दोबारा टाइफाइड बुखार ना हो।

लेकिन उससे पहले समझ ले की टाइफाइड फीवर क्या है और क्यों होता है ?

टाइफाइड बुखार क्या है? | What is Typhoid Fever in Hindi?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार ब्लड स्ट्रीम और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में बैक्टीरियल इंफेक्शन होने से लोग टायफाइड फीवर, जिसे टाइफाइड के नाम से भी जानते है, से पीड़ित हो जाते हैं। साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया पानी, भोजन या किसी भी खाने की वस्तु के माध्यम से मुँह के जरिये शरीर के अंदर पहुंचता है और धीरे-२ पुरे शरीर में फैल कर शरीर के कई अंगो को नुकसान पहुंचाता है।

इससे पीड़ित व्यक्ति को बुखार, उल्टी, खांसी-जुकाम और भूख कम लगने की शिकायत हो सकती है। अगर समय पर टाइफाइड का इलाज न किया जाये तो यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है।

टाइफाइड बीमारी क्यों होता है?

टाइफाइड के लक्षण हिंदी | Typhoid Bukhar Ke Lakshan In Hindi

टाइफाइड बुखार और पैराटाइफाइड बुखार के समान लक्षण होते है। लोगों को आमतौर पर एक निरंतर बुखार रहता है जो 103-104 ° F (39-40 ° C) जितना अधिक हो सकता है। इसके साथ-२

  • कमजोरी और थकान
  • सरदर्द
  • शरीर में दर्द
  • शरीर के अन्य हिस्सों में तकलीफ
  • बिगड़ी हुयी भूख
  • जी मिचलाना
  • दस्त या कब्ज
  • पेट में दर्द
  • कफ
  • सिरदर्द
  • टाइफाइड बुखार या पैराटाइफाइड बुखार से पीड़ित कुछ लोगों में चपटे, गुलाबी रंग के दाने भी हो जाते हैं। (1)

टाइफाइड का इलाज | Tified Fever ka Ilaj

टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया की वजह से होता है जो मनुष्य के अलावा और किसी भी जीव में नहीं पाया जाता है। जब आप इस बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं तो यह बैक्टीरिया आपके शरीर में आंतों में चला जाता है और वहां यह अपनी संख्या बढ़ाने लगता है। उसके बाद ही आपके शरीर में खून में चला जाता है और आपको टाइफाइड के ऊपर बताये गए लक्षण नजर आने लगते है।

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टाइफाइड का बुखार कितने दिन तक रहता है?

टाइफाइड का इलाज (tified fever ka ilaj) करने के लिए एंटीबायोटिक दवाई दी जाती है। जिनका कोर्स लगभग 7 दिनों से लेकर 14 दिनों तक का होता है। 7 से 14 दिन का इलाज पूरा कर लेने के बाद टाइफाइड का बुखार उतर जाता है और उसका बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाता है। लेकिन दवा के कोर्स को पूरा करना जरूरी होता है ताकि यह पक्का किया जा सके कि आपके शरीर में यह बैक्टीरिया पूरी तरह से मर चुका है।

टाइफाइड बार बार क्यों होता है

बार बार टाइफाइड होने के कारण | टाइफाइड बार बार क्यों होता है? | Bar Bar Typhoid Kyon Hota Hai

कुछ लोगों को टाइफाइड बुखार (Tified Bukhar) ठीक होने के दो-तीन दिन बाद दुबारा हो जाता है, ऐसा उनके ठीक होने के एक हफ्ते बाद भी हो सकता है और कुछ समय बाद भी हो सकता है। ऐसा क्यों होता है टाइफाइड बुखार एक ही व्यक्ति को बार-२ क्यों होता है और आइये जानते है इस हालत में आप क्या कर सकते हैं और इससे कैसे बच सकते हैं ताकि आपको दोबारा टाइफाइड बुखार ना हो।

कुछ लोगों को टाइफाइड से ठीक होने के बाद दोबारा फिर से टाइफाइड बुखार हो जाता है। ऐसा उनके ठीक होने के एक हफ्ते बाद भी हो सकता है और कुछ समय बाद भी हो सकता है। ऐसी हालत में मरीज को फिर से एंटीबायोटिक दवाई दी जाती है |

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लेकिन ऐसे होता क्यों है – ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कुछ लोगों के शरीर में टाइफाइड का बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म नहीं होता है या फिर इलाज के दौरान जब टाइफाइड के लक्षण दिखने बंद हो जाते है तो लोग अपने आप ही दवाइया लेना बंद कर देते है यानि की पूरा कोर्स नहीं करते हैं। जिससे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म नहीं होता और बैक्टीरिया दोबारा से बढ़ने लगता है और कुछ दिनों में टाइफाइड के लक्षण फिर दिखने शुरू हो जाते है।

ऐसी हालत में मरीज को फिर से एंटीबायोटिक दवाई दी जाती है और इलाज का कोर्स फिर से पूरा करना पड़ता है |

दोबारा टाइफाइड न हो इसके लिए क्या करे ?

जैसा की आप जान ही चुके है की बार-२ टाइफाइड तभी होता है जब आपके शरीर में टाइफाइड का बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म न हुआ हो । इसलिए दवाइयों का कोर्स पूरा होने के बाद आपको एक बार अपने मल की जांच करवानी चाहिए यह पता करने के लिए कि आपके शरीर में टाइफाइड का बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म हो गया है या नहीं।

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अगर जाँच में आपके मल में बैक्टीरिया नजर आता है तो इसका मतलब यह है कि आपके शरीर से बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और आपको दोबारा से दवाइयों का एक और कोर्स करना होगा।

आपके डॉक्टर यह तय करेंगे कि आपको कितने दिन का कोर्स और करना है। यह कोर्स कुछ दिनों से लेकर 28 दिन तक का हो सकता है। कोर्स खत्म करने के बाद आपको फिर से एक बार अपने मल का टेस्ट करवाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की अब बैक्टीरिया खत्म हो गया है।

आपको दवा खाना तभी छोड़ना है जब आपके मल में बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म हो जाए। अगर ऐसा हो जाता है तो फिर आपको दोबारा टाइफाइड बुखार नहीं होगा।

टाइफाइड बीमारी क्यों होता है? | Typhoid Bukhar Kaise Hota Hai?

टाइफाइड बुखार Salmonella typhi नामक बैक्टीरिया से संक्रमित पानी और संक्रमित खाने की वस्तु के सेवन से होता हैं। इसके अलावा टाइफाइड बुखार इस बेटीरिया से संक्रमित पानी से नहाने और संक्रमित पानी से खाद्यपदार्थ धोकर खाने से भी फैलता हैं।

टाइफाइड का बैक्टीरिया के फैलने का सबसे बड़ा कारण गंदगी होती है। सब्जियां और फ्रूट जो हम बाहर से खरीद कर लाते हैं, उनके ऊपर ये बैक्टीरिया चिपके हो सकते है इसलिए आपको फ्रूट्स और वेजिटेबल्स को साफ़ गर्म पानी से अच्छे से धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।

जब भी हम बाहर जाते है, हमें बहुत से खाने पाई की वस्तुओ के ठेले ललचाते हुए नजर आ ही जाते है। हम इस बात पर अधिक ध्यान ही नहीं देते साफ़ सफाई और उन खाने पिने की चीजों की Hygiene का ध्यान रखा हुआ है या नहीं। ये चाट, पकौड़ी, टिक्की, आदि खाने पीने की वस्तुए जो खुले में पड़ी रहती हैं, ये Tyfaid के बैक्टीरिया को फैलाने में सहायक होती हैं।

आप एक बार ठीक होने के बाद अगर इन बातों पर ध्यान नहीं देंगे तो बहुत अधिक सम्भावना है की आप दुबारा इस बीमारी की चपेट में आ जाये।

टाइफाइड की दवा कितने दिन चलती है?

टाइफाइड का इलाज (tified fever ka ilaj) करने के लिए एंटीबायोटिक दवाई दी जाती है। जिनका कोर्स लगभग 7 दिनों से लेकर 14 दिनों तक का होता है। दवा के कोर्स को पूरा करना जरूरी होता है ताकि यह पक्का किया जा सके कि आपके शरीर में यह बैक्टीरिया पूरी तरह से मर चुका है।

Disclaimer

हम उम्मीद करते है की टाइफाइड बुखार क्या है, टाइफाइड के लक्षण हिंदी (Typhoid Bukhar ke lakshan), टाइफाइड का इलाज (Tified Fever ka Ilaj), टाइफाइड का बुखार कितने दिन तक रहता है, टाइफाइड बार-बार क्यों होता है (Typhoid Bar Bar Kyu Hota Hai), बार बार टाइफाइड होने के कारण, दोबारा टाइफाइड न हो इसके लिए क्या करे, आदि विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रहेगी।

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