बवासीर में लहसुन खाना चाहिए या नहीं (Garlic for Piles Patient) – बवासीर एक ऐसा रोग है जिसमे गर्म तासीर वाली वस्तुओ का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। वहीँ लहसुन की तासीर गर्म होती है। ऐसे में कुछ लोग मानते है की बवासीर में लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए वहीँ कुछ लोगो के अनुसार लहसुन से बनाई गई औषधि बवासीर का इलाज है।
ऐसे में अगर आपके दिमाग में भी यह सवाल उठता है की बवासीर में लहसुन खाना चाहिए या नहीं? Bwasir me lehsun khana chahiye ya nahi, बवासीर में लहसुन के फायदे है या नुकसान? और अगर लहसुन खाना चाहिए तो बवासीर में लहसुन कैसे खाये? Garlic for piles treatment, इस लेख में इन सभी सवालों के जवाब देने जा रहे है।
बवासीर में लहसुन खाना चाहिए या नहीं? | Bwasir me Lehsun Khana Chahiye ya Nahi
बवासीर में लहसुन खाना चाहिए या नहीं? इस सवाल का जवाब है ‘हां’ लेकिन औषधि के रूप में और बहुत कम मात्रा में क्योकि लहसुन की तासीर बहुत अधिक गर्म होती है लेकिन लहसुन में एंटी-इंफ्लामेन्ट्री, एंटी-बायोटिक और एंटी फंगल गुण मौजूद होते है जिनके कारण यह बवासीर में होने वाली सूजन को कम करने और बवासीर के कीटाणुओं को मारने में भी सहायक होता है। इतना ही नहीं यह बवासीर को बिगाड़ने वाली समस्या कब्ज के इलाज में भी सहायक होता है।
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Table of Contents
- बवासीर में लहसुन खाना चाहिए या नहीं? | Bwasir me Lehsun Khana Chahiye ya Nahi
- बवासीर में लहसुन के फायदे क्या है?
- बवासीर में लहसुन इस्तेमाल करने की विधियां | Garlic for Piles Treatment in Hindi
- बवासीर पर लहसुन इस्तेमाल करने से पहले ध्यान दे
जानने के लिए पढ़ते रहे की बवासीर में लहसुन के फायदे क्या है? और बवासीर में लहसुन कैसे खाये यानि इसकी औषधि बनाने का तरीका और इसका क्या-२ इस्तेमाल किया जा सकता है?
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बवासीर में लहसुन के फायदे क्या है?
- आयुर्वेदा के अनुसार कब्ज और बवासीर के शरीर में वात के बिगड़ने के कारण होने वाले रोग है और लहसुन वात के रोगो को दूर करने वाली सबसे अधिक प्रभावशाली औषधि है।
- लहसुन शक्तिशाली एंटी-इंफ्लामेन्ट्री गुण मौजूद होते है जिसके कारण यह बवासीर में होने वाली सूजन को कम कर सकता है जिससे बवासीर के मस्सो को कम करने में सहायता मिलती है। जो बवासीर का मुख्य लक्षण है।
- लहसुन के मजबूत एंटीबायोटिक गुण उन कीटाणुओं को मार सकते हैं जो बवासीर के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं।
- लहसुन रक्त वाहिकाओं में पड़ने वाले दबाव को कम करके ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है।
- लहसुन का एंटी-ऑक्सीडेंट गुण के कारण यह असामान्य कोशिकाओं या अवांछित कोशिकाओं को हटाने में फायदेमंद होते हैं।
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बवासीर में लहसुन इस्तेमाल करने की विधियां | Garlic for Piles Treatment in Hindi
- 1-2 कच्ची लहसुन की कलियाँ दूध में उबालकर, रात के समय लेने से शरीर की पाचन शक्ति बढ़ती है और मल आसानी से निकल जाता है जिससे कब्ज में आराम मिलता है। बवासीर के साथ कब्ज की समस्या होने पर आपको मल निकलने के लिए अधिक जोर लगाना पड़ता है जिससे आपकी बवासीर की समस्या और अधिक बिगड़ जाती है। लेकिन गर्म लहसुन वाला दूध पीने से कब्ज में आराम मिलता है। इस प्रकार, लहसुन का सेवन गुदा या मलाशय क्षेत्र के पास मौजूद सूजन को धीरे-धीरे कम कर सकता है।
- आप बस एक सपोसिटरी के रूप में लहसुन की एक कली को गुदा क्षेत्र में डाल सकते हैं। यह सूजन को कम करके और एंटी-बैक्टीरियल एजेंट के रूप में कार्य करके गुदा में मौजूद बवासीर को कम करने में मदद करता है।
- यदि आप सपोसिटरी के रूप में लहसुन का उपयोग नहीं करना चाहते हैं, तो इसकी कली को दबाकर उनक रस निकाल ले और इसे अपने बवासीर पर लगाएं। इसे कुछ मिनट तक या अगली बार टॉयलेट जाने तक लगा रहने दे और इसका असर देखे ।
- लहसुन को कुचलकर और नारियल के तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने से लहसुन के फायदे बढ़ जाते है। नारियल का तेल और लहसुन एकसाथ मिलकर शौच को आसान बना देते है और इनका एंटी इंफ्लामेण्टी गुण भी बढ़कर बवासीर के आकार को कम कर सकता हैं।
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बवासीर पर लहसुन इस्तेमाल करने से पहले ध्यान दे
- आपको फिर बता दे की लहसुन की तासीर काफी गर्म होती है इसलिए इसका सेवन सिमित मात्रा में ही करे।
- बवासीर पर लहसुन को लगाने से चुभन का एहसास हो सकता है, लेकिन इस बात पर विचार करना चाहिए कि बिना दर्द के फायदा नहीं होता। तो, अगली बार जब आपको बवासीर पर लहसुन की चुभन का डर हो, तो इसके फायदों के बारे में सोचें और इसका इस्तेमाल करे।
- लहसुन की एक कली को कुछ टुकड़ों में काट लें और उन्हें निगल लें या अपने बवासीर पर दिन में दो बार लगाएं और कुछ ही दिनों में बवासीर गायब हो जायगी।
- याद रखें, घरेलू उपचार के रूप में लहसुन लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि वह ही आपके रोग की गंभीरता को समझ कर आपको सही सलाह दे सकता है।
- बवासीर के रोगी को लाल मिर्च, काली मिर्च, स्पाइसी फ़ूड, मैदे से बनी वस्तुए, Non-Veg और गर्म तासीर वाली वस्तुओ से दूर रहना चाहिए।
- बवासीर के रोगी को अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। इससे बवासीर का एक कारण यानि शरीर की गर्मी तो दूर होती ही है साथ ही मल भी ढीला हो जाता है और आसानी से निकलता है।
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क्या बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए?
गर्म पानी पीने से मल नर्म हो जाता है और आसानी से बाहर निकाल जाता है जिससे बवासीर की समस्या में आराम मिलता है इसलिए गर्म पानी पीना बवासीर में फायदेमंद होता है।
बवासीर में चाय पीने से क्या होता है?
चाय की तासीर गर्म होती है और बवासीर के रोगी को चाय का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके सेवन से शरीर में गर्मी बढ़ जाती है और बवासीर में नुकसान पहुँचता है।
हम उम्मीद करते है की इस लेख में बवासीर में लहसुन खाना चाहिए या नहीं? Bwasir me lehsun khana chahiye ya nahi, बवासीर में लहसुन के फायदे है या नुकसान? और अगर लहसुन खाना चाहिए तो बवासीर में लहसुन कैसे खाये? Garlic for piles treatment, आदि विषयो पर दी गई यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रहेगी।
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References:-